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अब किसानों को आंदोलन से जोड़ने के लिए राकेश टिकैत दिखाएंगे डॉक्यूमेंट्री फिल्म, जानिए क्या है इसकी डिटेल

भारतीय किसान यूनियन की मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में उमड़ी भीड़ को देखकर किसान नेताओं के चेहरे खिल गए हैं अब वो इसी भीड़ के माध्यम से इस महापंचायत में न पहुंचने वाले किसानों को भी जोड़ना चाहते हैं। इसके लिए यूनियन एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार करवा रहा है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Tue, 07 Sep 2021 10:03 AM (IST)
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किसान महापंचायत में उमड़ी भीड़ को देखकर किसान नेताओं के चेहरे खिल गए हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन की मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में उमड़ी भीड़ को देखकर किसान नेताओं के चेहरे खिल गए हैं अब वो इसी भीड़ के माध्यम से इस महापंचायत में न पहुंचने वाले किसानों को भी जोड़ना चाहते हैं। इसके लिए यूनियन एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म तैयार करवा रहा है। इस फिल्म की सभी अधिकारिक इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर हैंडल से इसके बारे में जानकारी पोस्ट की है। उनकी ओर से पोस्ट की गई जानकारी के अनुसार मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 17 सितंबर को भारतीय किसान यूनियन के सभी अधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव स्ट्रीम की जाएगी।

किसान यूनियन की ओर से केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कालेज के मैदान में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत आयोजित की गई। महापंचायत में हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड समेत कई राज्यों से पहुंचे थे। टिकैत का कहना था कि इस महापंचायत में लाखों की संख्या में किसान जुटे, उनकी संख्या इतनी अधिक हो गई कि मैदान के बाहर जमा होकर किसानों को अपने नेताओं के भाषण सुनने पड़े।

महापंचायत में संबोधन शुरू होने से पहले मंच से संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद की घोषणा की। इससे पहले 25 सितंबर को भारत बंद की घोषणा की गई थी। लेकिन संयुक्‍त रूप से फैसले के बाद इसे बदल दिया गया फिर ये तय किया गया कि अब 27 सितंबर को ही बंद किया जाएगा।

जब जीत होगी तो ही वापस लौटेंगे गांव

राकेश टिकैत ने महापंचायत में फिर दोहराया कि वो तब तक मुजफ्फनगर की जमीन पर पैर नहीं रखेंगे, जब तक किसानों को इस मामले में जीत नहीं मिल जाएगी, जीत मिल जाने के बाद ही वो वापस यहां आएंगे। उनका कहना था कि सरकार बात करने को तैयार नहीं है। बात करनी बंद हो गई है। हम बात करना चाहते हैं पर सरकार हमसे बात नहीं करना चाह रही है उनका कहना है कि ऐसा लगता है इसका कोई समाधान नहीं चाहती है।

उन्‍होंने कहा कि अब मिशन सिर्फ यूपी नहीं बल्कि देश को बचाना है। पूरे देश के मुद्दे उठाएंगे। इस किसान महापंचायत में महिला किसान भी एकत्र रहीं। इसमें शामिल महिला किसानों का कहना था कि हम तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर यहां एकत्रित हुए है। हम यहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से तीन कानूनों को वापस लेने का अनुरोध करते हैं।

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