Ajit Doval की सुरक्षा में चूक मामले में क्यों नौकरी से बर्खास्त किए CISF के तीन कमांडो? क्या थी उनकी गलती, जो भारी पड़ी
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की सुरक्षा में चूक मामले में कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय ने CISF के तीन कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। ये कमांडो उस वक्त डोभाल की सुरक्षा में लगे थे।
By GeetarjunEdited By: Updated: Wed, 17 Aug 2022 10:07 PM (IST)
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (National Security Advisor Ajit Doval) की सुरक्षा में चूक मामले में कार्रवाई करते हुए गृह मंत्रालय ने CISF के तीन कमांडो को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। ये कमांडो उस वक्त डोभाल की सुरक्षा में लगे थे।
उनके बंगले पर उनकी डयूटी थी। घटना बीते 16 फरवरी की है। कार सवार कार लेकर उनके बंगले के गेट तक पहुंच गया था। उस मामले में नई दिल्ली जिला पुलिस ने कार सवार के खिलाफ प्राथमिकी कर गिरफ्तार कर लिया था।
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CISF की जांच में रिपोर्ट में हुआ खुलासाअजीत डोभाल के बंगले पर हुई सुरक्षा चूक मामले में सीआइएसएफ की जांच रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है। जांच रिपोर्ट करीब 100 पेज की है। केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीआइएसएफ के कमांडो को उस समय यह आंकलन करना चाहिए था कि वह फिदायीन की तरह हमला था।
कमांडो ने नहीं किया फायरसीआइएसएफ के कमांडो को तभी फायर खोल देना चाहिए था, पर ऐसा नहीं किया गया। इसलिए सुरक्षा में तैनात कमांडो पर कार्रवाई होनी चाहिए। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक अजीत डोभाल के बंगले पर जो गाड़ी 16 फरवरी 2022 को गेट तक पहुंच गई थी, उसमें मौजूद शख्स ने पहले रेकी भी की थी।ये भी पढ़ें- Rohingya News: मनीष सिसोदिया ने केंद्र को घेरा, बोले- AAP सरकार दिल्ली में रोहिंग्याओं को नहीं बसने देगी
अजीत डोवाल के बंगले के गेट पर मारी कार से टक्करइसलिए करीब 7 बजकर 32 मिनट पर वह गलत साइड से गाड़ी लेकर आया था और अजीत डोभाल के बंगले के गेट पर टकर मार दी थी। उस दौरान गेट पर तीन कमांडो मौजूद थे। उन्होंने कोई समय रहते कोई कदम नहीं उठाया था।डोभाल को मिली है जैड प्लस सिक्योरिटी (Zed Plus Security Ajit Doval)डोभाल को जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त है। घटना के समय वह अपने घर पर ही थे। सुरक्षा में इस बड़ी चूक के चलते सीआइएसएफ के तीन कमांडो को बर्खास्त किया गया है। जबकि दो सब इंस्पेक्टर, एक डीआइजी और एक कमांडेंट का ट्रांसफर कर दिया गया थ।
सूत्रों का कहना है कि जांच में सीआइएसएफ ने इस चूक को रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस की श्रेणी में माना है। अजीत डोभाल को जेड प्लस कैटेगिरी की सुरक्षा मिलने के कारण उनके बंगले के चारों तरफ कड़ा सुरक्षा पहरा रहता है। इसमें 58 कमांडों शामिल होते हैं। साथ ही 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड, छह पीएसओ, 24 जवान, 5 वाचर्स (दो शिफ्ट में) शामिल होते हैं।
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