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DUSU अध्यक्ष पर जाली मार्कशीट से DU में प्रवेश लेने का आरोप, NSUI ने वीसी को सौंपा ज्ञापन; पढ़ें पूरा मामला

अभि दहिया ने कुलपति को सौंपे अपने मांग पत्र में कहा है कि डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने सत्यवती कॉलेज से बीए प्रोग्राम में स्नातक किया है। वर्तमान में बौद्ध स्टडी में स्नातकोत्तर कर रहे हैं। उनके पास 12वीं की दो मार्कशीट हैं। इनमें एक कला संकाय की मार्कशीट में सीबीएसई का रोल नंबर है और दूसरी मार्कशीट उत्तर प्रदेश बोर्ड की है।

By uday jagtap Edited By: Sonu Suman Published: Fri, 05 Jul 2024 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2024 11:14 PM (IST)
NSUI के पदाधिकारी अभि दहिया ने डूसू अध्यक्ष को लेकर कुलपति प्रो. योगेश सिंह को ज्ञापन सौंपा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष पर जाली मार्कशीट के जरिये डीयू में प्रवेश लेने और अध्यक्ष बनने का आरोप लगाया है। डूसू के उपाध्यक्ष और एनएसयूआई के पदाधिकारी अभि दहिया ने कुलपति प्रो. योगेश सिंह को ज्ञापन सौंपकर तुषार डेढ़ा का अध्यक्ष पद पर अमान्य घोषित करने और मुकदमा चलाने की मांग की है। डूसू अध्यक्ष ने आरोपों को गलत बताया है और कहा है कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं।

अभि दहिया ने कुलपति को सौंपे अपने मांग पत्र में कहा है कि डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने सत्यवती कॉलेज से बीए प्रोग्राम में स्नातक किया है। वर्तमान में बौद्ध स्टडी में स्नातकोत्तर कर रहे हैं। उनके पास 12वीं की दो मार्कशीट हैं। इनमें एक कला संकाय की मार्कशीट में सीबीएसई का रोल नंबर है और दूसरी मार्कशीट उत्तर प्रदेश बोर्ड की है। इसमें विज्ञान संकाय से 12वीं करने का उल्लेख है। दोनों परीक्षाएं 2016 में नियमित विद्यार्थी के तौर पर उत्तीर्ण की हैं।

उत्तर प्रदेश बोर्ड के परीक्षा उपनियमों का पूरी तरह से उल्लंघन

अभि ने लिखा है कि सीबीएसई और उत्तर प्रदेश बोर्ड दोनों के नियमों के अनुसार नियमित छात्र को 12वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति होना अनिवार्य है और साथ ही उसने किसी अन्य बोर्ड से समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की होनी चाहिए। लेकिन, तुषार डेढ़ा के मामले में ऐसा नहीं है। यह सीबीएसई और उत्तर प्रदेश बोर्ड के परीक्षा उपनियमों का पूरी तरह से उल्लंघन है और इसलिए दोनों अंकपत्र शून्य हैं।

अभि ने कहा, तुषार ने जानबूझकर बेईमानी के इरादे से अवैध तरीकों का इस्तेमाल किया और प्रवेश पाने के लिए अपनी योग्यता के बारे में गलत तथ्य दिए। उन्होंने डूसू अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए अपनी योग्यता के बारे में गलत बयान और हलफनामा भी दायर किया है। उन्होंने गलत जानकारी देकर विश्वविद्यालय के साथ धोखाधड़ी की है।

एनएसयूआई मनगढ़ंत आरोप लगा रही: तुषार डेढ़ा

डूसू के अध्यक्ष पद के लिए तुषार डेढ़ा के चुनाव परिणाम को नियमों के अनुसार अमान्य घोषित किया जाना चाहिए और अपराध करने के लिए उन पर मुकदमा भी चलाया जाना चाहिए। पूरे मामले पर तुषार डेढ़ा ने कहा, एनएसयूआई मनगढ़ंत आरोप लगा रही है। वे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा, सुप्रीम कोर्ट दो जगह से डिग्री करने को लेकर स्पष्ट निर्देश हैं। उसी के तहत मैंने पढ़ाई की है। इसमें एक मार्कशीट का उपयेाग किया जा सकता है और मैंने यूपी बोर्ड की मार्कशीट का उपयोग किया है।

एक सत्र में दो जगह पढ़ाई को सीबीएसई ने झुठलाया

उधर, सीबीएसई के आला अधिकारियों से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि एक सत्र में नियमित तौर पर दो जगह पढ़ना संभव नहीं है। सिर्फ साइड कोर्स ही किए जा सकते हैं। नियमित तौर पर पढ़ाई नहीं की जा सकती।

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