NSUT Delhi: एनएसयूटी में मिला दाखिला तो पैसे की कमी पढ़ाई में नहीं बनेगी बाधक
एमबीए प्रोग्राम के अंतर्गत सम्मिलित प्रवेश परीक्षा में 98 फीसद या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले पांच विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस को माफ किया जाता है। इसी तरह एमटेक प्रोग्राम में 1000 के अंतर्गत रैंक प्राप्त करने वाले दो विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस को माफ किया जाता है।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sat, 07 Nov 2020 07:43 AM (IST)
नई दिल्ली [मनीषा गर्ग]। आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो व ऐसे विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) में अपने स्तर पर छात्र वित्तीय सहायता एवं प्रोत्साहन कोष की सुविधा का प्रबंध किया है। कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि ये सुविधा दिल्ली व केंद्र सरकार की सुविधाओं से अलग है। विश्वविद्यालय ने इसे अपने स्तर पर शुरू किया है। विद्यार्थियों की फीस के कुल हिस्से में से दो फीसद इस कोष के लिए अलग रखा जाता है। विश्वविद्यालय के साथ ईस्ट व वेस्ट कैंपस में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इस कोष से सहायता दी जाएगी।
जिन विद्यार्थियों के माता-पिता की आय दाे लाख से कम है या किसी के माता-पिता का किसी कारणवश देहांत हो गया है या फिर उनके पास आय का कोई साधन नहीं है, ऐसे माता-पिता के बच्चों की पढ़ाई के साथ, होस्टल आदि की फीस का वहन भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है। इसके अलावा हर ब्रांच में हर वर्ष अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने वाले पांच फीसद विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए स्कोलरशिप उपलब्ध कराई जाती है, ताकि वह और अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित हो। प्रत्येक शाखा में जीईई मेन्स परीक्षा में 2000 या इससे कम रैंक प्राप्त करने वाले पांच विद्यार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए उनकी ट्यूशन फीस को माफ कर दिया जाता है।
ठीक इसी प्रकार एमबीए प्रोग्राम के अंतर्गत सम्मिलित प्रवेश परीक्षा में 98 फीसद या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले पांच विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस को माफ किया जाता है। इसी तरह एमटेक प्रोग्राम में 1000 के अंतर्गत रैंक प्राप्त करने वाले दो विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस को माफ किया जाता है। प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि गेट की परीक्षा में रैंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दस हजार रुपये की इनामी राशि दी जाती है।
क्यूएस वल्र्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग से मान्यता प्राप्त 50 विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर व पीएचडी प्रोग्राम के लिए दाखिला लेने वाले स्नातक के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को एक लाख रुपये की राशि दी जाती है। यूपीएससी परीक्षा में 1-100 के बीच रैंक हासिल करने वाले विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों व एल्मुनाई को दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वहीं यूपीएससी ग्रुप-ए परीक्षा में 1-20 के बीच रैंक हासिल करने वाले विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों व एल्मुनाई को एक लाख रुपये की राशि दी जाती है। इसके अलावा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क व भारतीय प्रबन्धन संस्थान में उच्च शिक्षा करने वाले और रक्षा के क्षेत्र योगदान देने वाले विद्यार्थियों को एक लाख रुपये की राशि दी जाती है।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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