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नूंह में चप्पे-चप्पे पर पुलिस: हिंदू संगठन आज निकालेंगे ब्रजमंडल यात्रा, स्कूल-कॉलेज बंद; लागू है धारा 144

विश्व हिंदू परिषद (VHP) बजरंग दल (Bajrang Dal) और अन्य हिंदू संगठनों पदाधिकारियों ने आज (28 अगस्त) नूंह जिले के नलहड़ मंदिर से बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने की घोषणा की है। इसके बाद से ही सभी सुरक्षा एजेंसियां पुलिस सतर्क है। नूंह प्रशासन ने पहले ही कह दिया है कि नलहड़ मंदिर से निकलने वाली धार्मिक यात्रा को निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

By GeetarjunEdited By: GeetarjunUpdated: Mon, 28 Aug 2023 12:57 AM (IST)
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ब्रजमंडल यात्रा को देख नूंह जिले में चप्पे-चप्पे पर तैनात की गई पुलिस।
नूंह, जागरण संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल (Bajrang Dal) और अन्य हिंदू संगठनों पदाधिकारियों ने आज (28 अगस्त) नूंह जिले के नलहड़ मंदिर से बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने की घोषणा की है। इसके बाद से ही सभी सुरक्षा एजेंसियां, पुलिस सतर्क है। नूंह प्रशासन ने पहले ही कह दिया है कि नलहड़ मंदिर से निकलने वाली धार्मिक यात्रा को निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा था कि यात्रा निकालने के लिए अनुमति लेने की जरूरी नहीं है। पुलिस प्रशासन और सरकार का काम ही सुरक्षा-व्यवस्था मुहैया कराना है। यात्रा तीन मंदिरों से होकर गुजरेगी, जो नूंह के नलहड़ के प्राचीन शिव मंदिर से शुरू होकर झील महादेव जाएगी। उसके बाद श्रीगश्वेशर पहुंचेगी।

जलाभिषेक यात्रा को देख प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। धारा 144 लागू कर दी गई है। दूसरे जिला से समूह में लोग नहीं आ सके इसके लिए सभी सीमा देर रात को ही सील कर दी गई हैं।

जिले में स्कूल-कॉलेज और बैंक रहेंगे बंद

28 अगस्त को जिले में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूल, कालेज और बैंकों को बंद रखने का निर्णय लिया है। जिसके लिए उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर बैंक अधिकारियों को निर्देश भी दे दिए हैं। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 28 को निकाली जा रही संभावित जलाभिषेक यात्रा के दौरान सर्तकता के चलते यह निर्णय लिया गया है।

एसएमएस और इंटरनेटा सेवा भी बंद

नूंह जिले में सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाएं 2जी, 3जी, 4जी, 5जी, सीडीएमए और जीपीआरएस व बल्क एसएमएस (बैंकिंग व मोबाइल रिचार्ज को छोडक़र) तथा मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले भी 31 जुलाई को जिले में जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद करीब 15 दिनों के लिए इंटरनेट सेवा को बंद किया गया था।

कैसी है सुरक्षा-व्यवस्था?

31 जुलाई को नलहड़ मंदिर से निकली ब्रजमंडल यात्रा के बाद हुई हिंसा के बाद से नूंह में कैंप कर रही एडीजीपी (कानून व्यवस्था) ममता सिंह आईजी दक्षिणी जोन और उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और पुलिस अधीक्षक सहित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुरक्षा-व्यवस्था देखेंगे।

सीमाओं के अतिरिक्त जिला भर में 57 नाके बना स्पेशल डयूटी मजिस्ट्रेट लगा दिए गए हैं। पुलिस की दस कंपनी सहित अर्धसैनिक बलों की बीस कंपनी तथा दो हजार अतिरिक्त पुलिस कर्मी पहले से ही तैनात। सभी नाकों पर आरएफ और पुलिस की महिला टुकड़ी भी तैनात रहेगी।

दूसरे जिलों को भी सीमाएं सील करने को कहा

दूसरे जिलों से भी शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी-अपनी जिले की नूंह से सटी सीमा पर नाकेबंदी रखने का कहा गया है। इमरजेंसी सेवा से जुड़े वाहनों को ही जिला में प्रवेश करने दिया जाएगा। यात्रा निकालने की घोषणा करने वाले हिंदू संगठनों को उनके घर पर ही रोकने की तैयारी पुलिस और प्रशासन की ओर से की जा रही है।

कई जिलों के उपायुक्तों को अलर्ट पर रहने को कहा

प्रदेश मुख्यालय की ओर से इसके लिए निर्देश भी जारी कर दिए हैं। गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद और रेवाड़ी सहित कई जिलों के उपायुक्तों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है। सीआईडी की ओर से ऐसे पदाधिकारियों की लिस्ट भी बना ली गई, जिन्होंने यात्रा निकालने के लिए बयान दिए हैं। तैयारी यह भी है कि उन्हें उनके निवास पर ही रोक दिया जाए।

साइबर सेल भी निगरानी कर रही

पुलिस का आग्रह नहीं मानने पर उन्हें पुलिस निगरानी में भी लिया जा सकता है। नूंह में शनिवार दोपहर से ही इंटरनेट बंद हैं। अन्य जिलों में भी पुलिस की साइबर सेल की टीमें इंटरनेट पर डालने वाले भड़काऊ पोस्ट और वीडियो की निगरानी कर रही है। अफवाह फैलाने वाले को तुरंत गिरफ्तार किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से बात कर लोगों से की अपील

मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने लोगों से अपील की है कि सावन के अंतिम सोमवार को अपने घर के निकट में भगवान भोले के मंदिर में जलाभिषेक करें। कानून व्यवस्था बनाए रखने की सभी की जिम्मेदारी बनती है। कोई भी व्यक्ति करे जिससे कानून-व्यवस्था में बाधा आए और लोग परेशान हों।

प्रशासन के रुख को देख बदल सकते हैं प्लान

किसी हिंदू संगठन कर ओर से अधिकारिक बयान तो नहीं आया लेकिन यह संदेश दिया जा रहा है। सभी प्रखंडों में प्रसिद्ध शिवमंदिर में सोमवार सुबह 11 बजे जलाभिषेक किया जाए। यह घोषणा की जा चुकी है कि कई संत भी यात्रा में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में सोमवार सुबह तक यह तय हो सकता है कि संतों के एक शिष्ट मंडल को नूंह के नलहड़ मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए प्रशासन और हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के बीच सहमति बन जाए। यह निर्णय सुबह के हालात देखने पर लिया जा सकता है।

कुछ संगठनों द्वारा किए गए शोभा यात्रा के आह्वान के मद्देनजर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से जिले में धारा 144 लागू की हुई है। इसलिए जिलावासियों से अपील है कि कानून एवं शांति-व्यवस्था बनाए रखने में जिला प्रशासन का सहयोग करें तथा कल 28 अगस्त को किसी तरह की मूवमेंट न करें और सभी लोग अपने क्षेत्रों में ही रहें। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति शोभा यात्रा में भाग लेने संबंधी भ्रामक प्रचार कर रहा है, तो इसे धारा 144 का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। -धीरेंद्र खड़गटा, उपायुक्त।

  • जिले की चारों ओर की सीमा सील।
  • 57 स्पेशल मजिस्ट्रेट नियुक्त।
  • एडीजीपी, एसपी, डीसी सहित नौ आईपीएस देखेंगे सुरक्षा-व्यवस्था।
  • बीस कंपनी अर्धसैनिक बल दस कंपनी पुलिस बल के अतिरिक्त दो हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती।

सोनीपत, पलवल में धारा 144 लागू

सोनीपत और पलवल जिले में भी धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस प्रशासन भी सतर्क है। साइबर सेल भी सोशल मीडिया पर नजर बनाई हुई है। इसके साथ ही जिले की सीमाओं पर भी निगरानी रखी जा रही है।

गुरुग्राम के टोल प्लाजा पर भी चेकिंग

गुरुग्राम में भी पुलिस सतर्क हो गई है। 28 अगस्त को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा बुलाई गई यात्रा से पहले गुरुग्राम में सोहना-नूंह टोल प्लाजा पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए। वह आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रहे हैं।

वीएचपी के अध्यक्ष आलोक कुमार भी होंगे शामिल

नूंह यात्रा पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है, 'हम जानते हैं कि G20 शुरू होने वाला है, इसलिए हम यात्रा को छोटा करेंगे, लेकिन हम इसे छोड़ेंगे नहीं और कल इसे पूरा करेंगे और मैं भी इसमें हिस्सा लूंगा।' कानून और व्यवस्था के मुद्दे क्यों उठेंगे? सरकार वहां क्यों है? सरकार कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए है ताकि लोग अपने धार्मिक कार्यक्रमों को शांतिपूर्वक और सुरक्षित रूप से आयोजित कर सकें। हम इसे शांतिपूर्वक आयोजित करेंगे और उन्हें (प्रशासन और सरकार) को कानून एवं व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए।

31 जुलाई को हुई थी हिंसा

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा 31 जुलाई को नलहड़ मंदिर से शुरू की गई बृजमंड़ल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा हो गई थी। जिस कारण यह यात्रा अधूरी रह गई थी। हिंसा के दौरान जिले में काफी तनाव व्याप्त हो गया था। हिंसा में दो होमगार्ड्स समेत छह लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही 80 लोगों से ज्यादा घायल हो गए थे। उस दौरान हिंसा की आग नूंह के बाद रेवाड़ी, गुरुग्राम, सोनीपत, पलवल, फरीदाबाद तक पहुंच गई थी।

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