Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

कोचिंग सेंटर का मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार, दिल्ली पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में दर्ज किया मुकदमा

Coaching Center Incident राव कोचिंग सेंटर को बेसमेंट में स्टोर बनाने की अनुमति नगर निगम व फायर विभाग ने दी थी। डूबकर मरने वाले छात्रों की पहचान हो गई है। बेसमेंट में पानी घुसने के सही कारण का अभी पता नहीं लग पाया है। पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में छात्रों की डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। पुलिस ने कई लोगों को मामले में गिरफ्तार किया है।

By Ritika Mishra Edited By: Geetarjun Updated: Sun, 28 Jul 2024 07:00 PM (IST)
Hero Image
राव कोचिंग सेंटर का मालिक अभिषेक गुप्ता।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajendra Nagar) स्थित राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Coaching Center) के मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों समेत बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम की देखभाल करने वाले निगमकर्मियों व अन्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290, 3 (5) के तहत केस दर्ज किया गया है। ये धाराएं गैर जमानती हैं। इन धाराओं में अधिकतम 10 साल सजा का प्रावधान है। मामले में पुलिस ने फिलहाल राव आईएएस कोचिंग सेंटर के मालिक (सीईओ) अभिषेक गुप्ता व कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

श्रेया यादव व डाल्विन नेविन

लापरवाह होते जाएंगे गिरफ्तार

अन्य के भूमिका क जांच की जा रही है। जिनकी भी लापरवाही का पता चलेगा, उन्हें आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कोचिंग सेंटर को भी सील कर दिया गया है। अभी इस कोचिंग सेंटर को संचालित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

तान्या सोनी

एफएसएल ने इकट्ठा किए नमूने

रविवार को एफएसएल की टीम ने घंटों कोचिंग सेंटर से नमूने जुटाए, जिन्हें जांच के लिए लैब में भेज दिया गया है। उधर, बेसमेंट में डूबकर मरने वाले छात्रों के शवों की भी पहचान कर ली गई है। इनमें छात्र का नाम नेविन डाल्विन नेविन है, डाल्विन मूलरूप से एर्नाकुलम (केरल) का रहने वाला था।

मरने वाली छात्राएं

दूसरी छात्रा श्रेया यादव (यूपी के अंबेडकर नगर) की रहने वाली थी। तीसरी छात्रा तान्या सोनी है, जो मूलरूप से तेलंगाना की रहने वाली है। तीनों छात्र राजेंद्र नगर में ही अलग-अलग जगहों पर पीजी में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते थे।

परिजनों को सौंपे शव

शनिवार देर रात ही तीनों के शवों को राम मनोहर लोहिया अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया था और उनके स्वजन को घटना के बारे में सूचना दे दी गई थी। रविवार को दोनों छात्राओं के शवों का पोस्टमॉर्टम करवा कर स्वजन को सौंप दिया गया।

विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि पोस्टमॉर्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट में पानी में डूबने से छात्राओं के मरने की पुष्टि हुई है।

बिल्डिंग मालिकों की भूमिका की जांच

राव आईएएस कोचिंग सेंटर किराये की बिल्डिंग में चल रहा है। वर्ष 2021 में यह बिल्डिंग बनी है, जिसके चार मालिक हैं। उनके नाम सरवजीत, तेजिंदर, हरविंदर व परमिंदर हैं। इनकी भूमिका की जांच की जा रही है। फायर विभाग व नगर निगम ने इस बिल्डिंग के बेसमेंट में केवल स्टोर बनाने की अनुमति दी थी, लेकिन नियम कानून को ताक पर रखकर कोचिंग संचालक ने बेसमेंट में लाइब्रेरी बना रखा था।

रात में ही दोनों को लिया हिरासत में

यह कोचिंग सेंटर पहले दूसरी जगह चलता था। संचालक अभिषेक गुप्ता गुरुग्राम के सेक्टर-48 में रहता है, वहीं देशपाल सिंह वसुंधरा, गाजियाबाद में रहता है। शनिवार को घटना के बाद पुलिस ने दोनों को कोचिंग सेंटर खोलकर दिखाने के बहाने बुला लिया था और रात में ही हिरासत में ले लिया था। अभिषेक गुप्ता ने मार्डन स्कूल से 12वीं करने के बाद शहीद सुखदेव कालेज आफ बिजनेस स्टडीज से बीएफआइए की पढ़ाई की है।

छात्रों का प्रदर्शन जारी, पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात

वहीं, घटना को लेकर दिन भर ओल्ड राजेंद्र नगर में विभिन्न कोचिंग सेंटरों के हजारों छात्र इकट्ठा होकर सरकार, पुलिस व निगम के नुमाइंदों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। छात्र कहीं राव आईएएस कोचिंग सेंटर में तोड़फोड़ न करने पाएं इसके लिए ओल्ड राजेंद्र नगर में भारी संख्या में अर्धसैनिक बल व पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी।

दिल्ली पुलिस के तमाम अधिकारी शनिवार रात से ही वहां डेरा डाले रहे। उत्तरी रेंज के दोनों जिले के सभी एसीपी व इंस्पेक्टरों को मौके पर हालात को काबू करने के लिए बुला लिया गया था।

ओल्ड राजेंद्र नगर में 100 से अधिक कोचिंग सेंटर

ओल्ड राजेंद्र नगर में करीब 100 से अधिक छोटे-बड़े कोचिंग सेंटर हैं, जिनमें अधिकतर ने अपनी-अपनी बिल्डिंग के बेसमेंट में ही अवैध रूप से लाइब्रेरी बना रखा है। उस इलाके में तेज वर्षा होने पर हर बार मुख्य सड़क पर तीन से पांच फीट तक पानी जमा हो जाता है।

बारिश के समय भर जाता है पानी

बारिश होने पर जलभराव के कारण कुछ कोचिंग सेंटर प्रबंधक छात्रों को बेसमेंट में जाने पर रोक लगा देते हैं। शनिवार को तेज वर्षा होने के कारण सड़क पर करीब पांच फीट पानी भर गया था। उस दौरान राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में करीब 30-35 छात्र पढाई कर रहे थे।

ये भी पढ़ें- कोचिंग सेंटर हादसा: दिल्ली मेयर के घर के बाहर प्रदर्शन, पुलिस ने किया ABVP छात्रों पर लाठीचार्ज

इस वजह से बेसमेंट में भरा पानी

बेसमेंट में जाने के लिए कांच के दरवाजे में बायोमैट्रिक सिस्टम लगे होने के कारण छात्रों को अंगूठा लगाना पड़ता है। बताया जा रहा है कि शाम करीब सात बजे कोचिंग सेंटर के बाहर सड़क पर कुछ बड़े वाहनों द्वारा यूटर्न लेने के कारण पानी के प्रेशर से बेसमेंट में जाने के लिए बनी सीढ़ियों पर लगे कांच का दरवाजा टूट गया, जिससे पानी एकदम से बेसमेंट में जाना शुरू हो गया।

चंद सेकेंड में बेसमेंट में भरा पानी

पानी का बहाव इतना तेज था कि चंद मिनट में बेसमेंट में काफी पानी जमा हो गया। आनन-फानन छात्र बेसमेंट से बाहर निकलने लगे। उसी दौरान शॉर्ट सर्किट हो जाने से बिजली भी चली गई। हादसे में दो छात्रा व एक छात्र अंदर फंसे रह गए, जिससे उनकी मौत हो गई।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर