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Covid-19: चीन समेत कई देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामले, महामारी से निपटने के लिए कितनी तैयार है दिल्ली?

चीन समेत कई देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। लिहाजा दिल्ली सरकार भी सतर्क हो गई है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में महामारी से निपटने की पूरी तैयारी है। अस्पतालों में बेड्स की पर्याप्त व्यवस्था है।

By AgencyEdited By: Manish NegiUpdated: Sat, 31 Dec 2022 12:46 PM (IST)
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जानिए Covid-19 को लेकर कितनी तैयार है दिल्ली
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के कारण महामारी की तीसरी लहर के दौरान दिल्ली में कोरोना के मामलों में उछाल देखा गया था। अब जैसे-जैसे यह साल खत्म होने की ओर बढ़ रहा है कोराना का भय फिर सभी को सताने लगा है। जिससे कई विशेषज्ञों की दुनिया से कोरोना खत्म न होने की बात सही साबित होती दिख रही है।

जनवरी में बढ़ सकते हैं मामले

1918 में आए स्पेनिश फ्लू के बाद कोराना महामारी दिल्ली के साथ ही वैश्विक तौर पर 2020 और 2021 में सबसे घातक साबित हुई। खासकर दूसरी लहर में दिल्ली में इसका बहुत अधिक असर हुआ। इस दौरान मौतों के आंकड़ें आसमान छू रहे थे। लोग अस्पतालों और अन्य सुविधाओं के लिए चक्कर काटते देखे जा सकते थे। 2022 में कोरोना के मामलों में काफी कमी देखी गई। लोगों को उम्मीद थी की 2023 की शुरुआत और बेहतर होगी, लेकिन अब कोविड का नया डर सामने नजर आने लगा है। भारत के लिए आने वाले 40 दिन निर्णायक साबित होंगे और जनवरी में मामलों में उछाल देखा जा सकता है।

कितनी तैयार है दिल्ली?

चीन के साथ ही कुछ अन्य देशों में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए केंद्र और दिल्ली की सरकार को महामारी से लड़ने के उपाय की दोबारा जांच करने के लिए चेताया है। 27 दिसंबर को ही पूरे देश में स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया था। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मॉक ड्रिल के दौरान कहा था कि शहर के सरकारी अस्पतालों में कोरोना मामलों में उछाल की स्थिति से निपटने के लिए उपकरणों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने लोगों से कहा था कि वे घबराएं नहीं। शुरुआती आंकड़ों से यह पता चलता है कि कोरोना का नया सब वैरिएंट पुराने से मिलता-जुलता ही है।

LNJP में दो हजार बेड की व्यवस्था

सिसोदिया बताया एलएनजीपी अस्पताल में 2000 बेड्स की व्यवस्था है जिसमें से 450 कोविड-19 के लिए खास तौर पर रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर हम सभी 2000 बेड्स को कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध करवा देंगे। इसके साथ ही आसपास के आयोजन स्थलों को शामिल करते हुए इनकी संख्या को अतिरिक्त 500 तक बढ़या जा सकता है।

जिनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी

नवंबर मध्य से दिल्ली में कोरोना के रोजाना 20 से भी कम मामले आ रहे हैं और पॉजिटिविटी रेट 1 प्रतिशत से भी कम पर बना हुआ है। हालांकि दुनिया के कई हिस्सों में बढ़ते मामलों के कारण विशेषज्ञों ने भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की सलाह दी है। दिल्ली सरकार ने 26 दिसंबर को दूसरे देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों का देखते हुए अस्पतालों को 104 करोड़ रुपए का विशेष बजट दिया है। 22 दिसंबर को हुई बैठक में मुख्यमंत्री अरविंग केजरीवाल सभी पॉजिटिव केस को जीनोम सीक्वेंसिंग में भेजने के निर्देश दे चुके हैं। साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों में बूस्टर डोज की संख्या बढ़ाने की बात कह चुके हैं।

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