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Dhanteras 2024: धनतेरस-दीपावली पर दिल्ली में खूब बरसेगा धन, सर्राफा बाजारों में 10 हजार करोड़ के कारोबार का अनुमान

दीपावली में चंद दिन शेष रहने के साथ मंगलवार को धनतेरस के मद्देनजर दिल्ली के थोक से लेकर खुदरा बाजार खरीदारों से गुलजार हैं। सर्राफा बाजारों में 10 हजार करोड़ रुपये की धन वर्षा का अनुमान है। वहीं व्यापारी संगठन चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री ( सीटीआई) ने दीपावली के त्यौहारी मौसम में दिल्ली में एक लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद जताई है।

By Nimish Hemant Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 29 Oct 2024 09:03 AM (IST)
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धनतेरस की पूर्व संध्या में करोल बाग के ज्वेलरी शोरूम में खरीदारी करते लोग। फोटो- ध्रुव कुमार
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। इस धनतेरस दिल्ली के सर्राफा बाजारों में 10 हजार करोड़ रुपये की धन वर्षा का अनुमान है। बाजार के जानकारों के अनुसार, भले ही सोने व चांदी के दामों में तेजी है, लेकिन यह तेजी काफी दिनों से है। दूसरा, अधिकतर लोग कीमती धातुओं में निवेश वर्षभर में एक ही बार करते हैं।

कोरोना महामारी के बाद की स्थिति, बढ़ती आय और खास मौकों पर खरीदारी की परंपरा से इस बार का धनतेरस भी खूब चमक बिखेरने वाला है। ज्वेलर्स के अनुसार, धनतेरस के साथ ही दीपावली पर ज्वेलरी की मांग को लेकर खरीदारों में दिलचस्पी देखी जा रही है। खासकर सोने व हीरे की मांग अधिक है।

करीब 20 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान

इस साल दिल्ली में धनतेरस और दीपावली के दौरान गहनों और बुलियन के कारोबार में करीब 15-20 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान है। चांदनी चौक का दरीबा कलां, कूचा महाजनी व नई दिल्ली का करोलबाग गहनों की बिक्री के प्रमुख हब हैं।

दरीबा ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता के अनुसार, कई देशों में युद्ध जैसे अंतरराष्ट्रीय कारणों से सोने व चांदी के दाम जरूर अधिक हैं, लेकिन आम व्यक्ति अपनी बजट के एक से सात प्रतिशत ही सोने-चांदी में लगाता है।

धनतेरस की पर नई दिल्ली में सजी बर्तन की दुकानें। फोटो- ध्रुव कुमार

मौजूदा तेजी से उसके इस निवेश में एक से दो प्रतिशत की ही बढ़ोतरी हुई है। वैसे, भी यह स्थिति महीनों से है। ऐसे में वह इस बढ़ोतरी को लेकर चौंकने वाली स्थिति में नहीं है। इसलिए उसका असर अधिक नहीं है। उम्मीद है कि इस धनतेरस व दीपावली के मौके पर सिर्फ दिल्ली में ही सोना, चांदी और हीरे के गहनों का कारोबार आठ से 10 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।

कई तरह के डिजाइन खास

ऑल बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन, कूचा महाजनी के चेयरमैन योगेश सिंघल के अनुसार, आकर्षक डिजाइन की ज्वेलरी की मांग है। खासकर अंगूठी, हार, चूड़ी, झुमके में नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। नाम और राशि वाले लॉकेट का चलन बढ़ा है। आकर्षक ज्वेलरी में प्लेटिनम और रोज गोल्ड की मांग भी बढ़ी है। जबकि सोने व चांदी के सिक्के-नोट, मूर्तियां, बर्तन समेत अन्य की मांग यथावत है।

छूट के साथ उपहार की पेशकश

कई ज्वेलर्स ज्वेलरी में 25 से 50 प्रतिशत की छूट की पेशकश कर रहे हैं। खासकर यह छूट हीरे के गहनों पर है। इसी तरह कई ज्वेलर्स मेकिंग चार्ज में सात से शत प्रतिशत तक की छूट दे रहे हैं। इसी तरह एक लाख की खरीद पर एक सोने का सिक्का व कैशबैक जैसे उपहार भी दिए जा रहे हैं। जबकि, बाजार स्तर पर लकी ड्रा और ग्राहकों को ईएमआइ की भी सुविधा कई ज्वेलर्स दे रहे हैं।

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