Farmers Protest Violence: एक ओर पुलिसकर्मी दिखा रहे थे संयम तो दूसरी ओर उपद्रवी कर रहे थे विश्वासघात
उपद्रवियों को शांत करने के लिए पुलिसकर्मी पूरे संयम का परिचय देते हुए इन्हें समझाने में जुटे थे लेकिन एक बार फिर यहां पुलिस को विश्वासघात का सामना करना पड़ा। जब पुलिसकर्मी इन्हें समझा रहे थे तब ये एकाएक उग्र हो गए और पत्थरबाजी करने लगे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रोहतक रोड पर नांगलोई तिराहे पर ट्रैक्टर परेड तय रास्ते पर न जाकर पीरागढ़ी की ओर बढ़ने लगा, तब वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने जान की बाज लगा दी। उपद्रवी जहां पहले से तय रास्ते को तोड़ने की कोशिश कर पीरागढ़ी की ओर बढ़ने की जिद पर अड़े थे, वहीं पुलिसकर्मी इन्हें रोकने में जुटे थे। पुलिसकर्मियों को लगा कि इन्हें समझाने से बात बन जाएगी और परेड शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ जाएगा, लेकिन उपद्रवी कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे।
उपद्रवियों को शांत करने के लिए पुलिसकर्मी पूरे संयम का परिचय देते हुए इन्हें समझाने में जुटे थे, लेकिन एक बार फिर यहां पुलिस को विश्वासघात का सामना करना पड़ा। जब पुलिसकर्मी इन्हें समझा रहे थे तब ये एकाएक उग्र हो गए और मौके की ताक में वहां मौजूद दूसरे उपद्रवी पत्थरबाजी करने लगे। यहां पत्थरबाजी व अफरातफरी के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों का कहना है कि वहां जान बचाना मुश्किल था।
हम लोग नांगलाई थाना के सामने तैनात थे। यहां टीकरी बार्डर से आ रहे परेड को नांगलोई नजफगढ़ रोड की ओर मुड़ना था, लेकिन उपद्रवी मानों पहले ही यह मानकर आए थे कि तय रास्ते से नहीं जाना है। जब हम लोगों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उन्होंने कभी पत्थर फेंकने शुरू कर दिए तो कभी पुलिसकर्मियों को देख तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चलाकर उन्हें कुचलने की कोशिश करते। यहां अफरातफरी के दौरान मैं सड़क किनारे खड़े वाहन से टकराकर पलटता हुआ जमीन पर गिर गया। मेरी कमर में जबरदस्त चोट आई। फिलहाल मैं अवकाश पर हूंl
हेड कांस्टेबल भूप सिंह
ये मूल रूप से राजस्थान के सवाई माधोपुर जिला के दानालपुर गांव के रहने वाले हैं।
ट्रैक्टर परेड तय रास्ते से ही गुजरे, इसके लिए हमलोग नांगलोई तिराहे पर तैनात थे। यहां से परेड को रोहतक रोड छोड़कर नांगलोई नजफगढ़ रोड पर प्रदेश करना था। लेकिन परेड में शामिल किसान यह बात मानने को राजी नहीं थे। हमलोग जब भी उन्हें कुछ समझाने की कोशिश करते, वे पत्थरबाजी करने लगते। पत्थरबाजी के दौरान मेरे सिर व हाथ की कलाई में जबरदस्त चोट लगी। ऐसा लग रहा था मानों ये मनमानी ही करने आए थे।
कांस्टेबल विवेक
ये मूल रूप से राजस्थान के कोठपुतली स्थित संगतेरा गांव के रहने वाले हैं।
नांगलोई में ट्रैक्टर परेड में शामिल उपद्रवियों ने जमकर बवाल किया। लाख समझाने पर भी ये कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे। कभी बस को पलटने की कोशिश ये करते थे तो कभी पत्थरबाजी कर पुलिसकर्मियों को ये घायल करने की कोशिश करते। पत्थरबाजी के दौरान मुझे सिर में चोट लगी। मेरे अलावा भी वहां कई पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।
हेड कांस्टेबल राकेश
ये मूल रूप से राजस्थान के सीकर जिला स्थित नीमकाथाना के रहने वाले हैं।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो