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Delhi Pollution: अपील और सख्ती की उड़ी धज्जियां,प्रतिबंध नहीं आया काम; लोगों ने जमकर की आतिशबाजी

Delhi Air Pollution दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। दिवाली के मौके पर पटाखे फोड़ने और दीये जलाने से प्रदूषण बढ़ गया। दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए थे। जिसका खास असर नहीं दिखा। दिल्ली के 40 निगरानी स्टेशनों में से अधिकांश में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में रहा।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Fri, 01 Nov 2024 08:34 AM (IST)
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Delhi Weather: लोगों को सांस लेने में हो रही परेशानी। फाइल फोटो
एएनआई, नई दिल्ली। Delhi AQI Today: दिल्ली में हवा की गुणवत्ता आज सुबह खराब हो गई क्योंकि लोगों ने गुरुवार को दीवाली के दिन पटाखों पर प्रतिबंध का उल्लंघन किया। लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े। पटाखों के लगातार फोड़े जाने से ना सिर्फ वायु प्रदूषण हुआ बल्कि गंभीर ध्वनि प्रदूषण भी हुआ और राजधानी घने धुएं में डूब गई। 

सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) द्वारा उपलब्ध कराए गए  आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 6:30 बजे 359 तक पहुंच गया, जो "बहुत खराब" श्रेणी में आता है। जबकि दिवाली की सुबह AQI 328 पर था।

 केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में धुंध की मोटी परत छा गई, जिससे हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई। सुबह लगभग 7:00 बजे आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 419 दर्ज किया गया।

आया नगर में एक्यूआई 308 था, जबकि जहांगीरपुरी में एक्यूआई 395 था और द्वारका में एक्यूआई 359 तक पहुंच गया सभी 'बहुत खराब' में थे। सीपीसीबी का डेटा राष्ट्रीय राजधानी में महत्वपूर्ण प्रदूषण स्तर को उजागर करता है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों के लिए स्वास्थ्य जोखिम पैदा होता है।

दीवाली रोशनी का त्योहार है,पटाखों का नहीं- अरविंद केजरीवाल

इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने बुधवार को दिल्लीवासियों से दिवाली में पटाखे फोड़ने और दीये जलाने से परहेज करने को कहा उन्होंने कहा कि दीवाली रोशनी का त्योहार है,पटाखों का नहीं।

आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट भी कहते हैं कि प्रदूषण को देखते हुए हमें पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए, हमें दीये जलाने चाहिए। ये रोशनी का त्योहार है, ना कि आतिशबाजी का।

ऐसा नहीं है कि हम किसी पर एहसान कर रहे हैं। जो भी प्रदूषण होगा, उसका खामियाजा हमारे बच्चों को भुगतना पड़ेगा, इसलिए इसमें हिंदू-मुसलमान की कोई बात नहीं है।

दिल्ली की वायु गुणवत्ता पिछले कई दिनों से खराब

यह राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच आया है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता पिछले कई दिनों से खराब हो गई है। जिसके कारण दिल्ली सरकार को वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पटाखे फोड़ने सहित कई कदम उठाने पड़े हैं।

इससे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में पटाखा प्रतिबंध के उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया था।

गोपाल राय ने उपराज्यपाल को लिखा था पत्र

प्रदूषण (Delhi AQI) पर अंकुश लगाने के इरादे से मंत्री गोपाल राय ने 14 अक्टूबर को उत्पादन, भंडारण की घोषणा की थी। गोपाल राय (Gopal Rai) ने जो एलजी सक्सेना (LG VK Saxsena) को लिखा पत्र उसमें उन्होंने लिखा कि यह मेरे संज्ञान में लाया गया है कि प्रतिबंध के बावजूद, दिल्ली के विभिन्न बाजारों में पटाखे खुलेआम बेचे जा रहे हैं। ये पटाखे दिल्ली को हरियाणा और उत्तर प्रदेश से जोड़ने वाली विभिन्न सीमाओं के माध्यम से लाए जा रहे हैं।

पत्र में आगे लिखा है कि इसका तात्पर्य यह है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के रूप में दिल्ली पुलिस ने पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया है और विक्रेता खुलेआम लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन कर रहे हैं।

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