Delhi Crime: प्रॉपर्टी पर लोन लेकर करोड़ों की ठगी में एक और गिरफ्तार
सचिन ने अपने मृत पिता सहित तीन के नाम पर अलग-अलग बैंक और कंपनियों से लोन लेकर फर्जीवाड़ा किया था। पुलिस सचिन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य की तलाश जारी है जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इओडब्ल्यू) ने किराए की प्रॉपर्टी पर लोन लेकर बैंक व कंपनियों को 6.70 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े में सुनील आनंद को गिरफ्तार किया है। उसने फर्जीवाड़े में मुख्य आरोपित सचिन शर्मा की मदद की थी। सचिन ने अपने मृत पिता सहित तीन के नाम पर अलग-अलग बैंक और कंपनियों से लोन लेकर फर्जीवाड़ा किया था। पुलिस सचिन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य की तलाश जारी है।
इओडब्ल्यू के ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. ओपी मिश्रा ने बताया कि सूरजमल विहार स्थित डी -117 की मालकिन रीता बब्बर ने पुलिस में शिकायत की थी कि उन्होंने सूरजमल विहार डी-177 की प्रॉपर्टी सचिन शर्मा, उसके पिता मांगे राम शर्मा और राहुल शर्मा को वर्ष 2014 में किराए पर दिया था। वे फरवरी 2016 तक उसमें रहे भी थे।
इसके बाद चोलामंडलम इंवेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों का जुलाई 2016 में उनके पास फोन आया। कंपनी ने बताया कि उक्त संपत्ति पर राहुल शर्मा ने 2.25 करोड़ रुपये का लोन ले रखा है।
वहीं, उसी प्रॉपर्टी पर मांगे राम शर्मा और सचिन शर्मा के नाम से भी एक्सिस बैंक और रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड से 2.19 करोड़ 2.25 करोड़ का लोन लिया गया था। इसके बाद मुकदमा दर्ज कर डीसीपी मोहम्मद अली की टीम ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि सचिन ने योजनाबद्ध तरीके से प्रॉपर्टी के अलग-अलग तीन फर्जी कागजात बनाकर ठगी की है। मांगे राम शर्मा सचिन का पिता है। उसकी मौत 21 अप्रैल 2015 को हो चुकी थी। जबकि उसके नाम से 30 अप्रैल 2015 को होम लोन लिया गया था। इसमें सुनील आनंद ने फर्जी दस्तावेज बनवाने में सचिन की मदद की थी। जिसके बाद पुलिस ने पहले सचिन शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, 27 नवंबर को अन्य आरोपित सुनील आनंद को भी दबोच लिया।
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