Delhi AIIMS का ऑनलाइन सर्वर थोड़े समय के लिए रहा प्रभावित, सामने आया अस्पताल प्रबंधन का बयान
एम्स में शनिवार को दोपहर ढाई बजे तक ओपीडी में 9114 मरीजों का ऑनलाइन पंजीकरण किया गया। इसके अलावा 696 मरीज भर्ती किए गए और जांच के लिए 3691 सैंपल लिए गए। जबकि पिछले शनिवार को 8584 मरीजों का ओपीडी पंजीकरण हुआ था। 860 मरीज भर्ती हुए थे और 4046 सैंपल लिए गए थे। एम्स के निदेशक ने कहा कि ओपीडी पंजीकरण बढ़ना बताता है कि सेवाएं सामान्य रही।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। एम्स के ई-हास्पिटल का सर्वर शनिवार को प्रभावित रहा और रुक-रुक कर चला। इस वजह से अस्पताल की ऑनलाइन सेवाएं थोड़े समय के लिए प्रभावित रही। एम्स प्रशासन का कहना है कि सुबह में दो बार सर्वर थोड़े-थोड़े समय के लिए डाउन रहा। उसे जल्दी ठीक कर लिया गया। इस वजह से चिकित्सा सेवाएं ज्यादा प्रभावित नहीं हो पाई। ऑनलाइन ओपीडी पंजीकरण रूप से हुआ।
एम्स प्रशासन का कहना है कि सबसे पहले सुबह 10.20 बजे सर्वर डाउन हुआ। इसके छह मिनट बाद 10.26 बजे ठीक कर लिया गया। इसके बाद सुबह 10.41 बजे दोबारा सर्वर डाउन हुआ लेकिन तीन मिनट बाद ही ठीक कर लिया गया और एम्स का सर्वर अब ठीक चल रहा है।
दोपहर ढाई बजे तक 9114 मरीजों का ऑनलाइन पंजीकरण
एम्स का कहना है कि शनिवार को दोपहर ढाई बजे तक ओपीडी में 9114 मरीजों का ऑनलाइन पंजीकरण किया गया। इसके अलावा 696 मरीज भर्ती किए गए और जांच के लिए 3691 सैंपल लिए गए। जबकि पिछले शनिवार को 8584 मरीजों का ओपीडी पंजीकरण हुआ था। 860 मरीज भर्ती हुए थे और 4046 सैंपल लिए गए थे। एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने कहा कि ओपीडी पंजीकरण बढ़ना बताता है कि सेवाएं सामान्य रही।एम्स की वेबसाइट शुक्रवार को पूरे दिन बंद रही
एम्स के इस दावे के बावजूद एक सच्चाई यह भी है कि एम्स की वेबसाइट शुक्रवार को पूरे दिन बंद रही थी। ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट मिलने में भी परेशानी हो रही थी। तब एम्स प्रशासन कहना था कि सर्वर की रखरखाव से संबंधित कार्य के कारण बेवसाइट नहीं खुल पा रही थी।अस्पताल में एनआईसी (राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र) के सर्वर से आनलाइन सेवाएं सामान्य रखी गई। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2022 में एम्स के सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक हुआ था। तब लंबे समय के बाद अस्पताल की ऑनलाइन सेवाएं सामान्य हो पाई थी।
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