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Namo Bharat के 25 स्टेशनों पर पार्किंग होगी खास, किस पर लगेगा शुल्क और मुफ्त में क्या मिलेंगी सुविधाएं; यहां जानें सबकुछ

एनसीआरटीसी का कहना है कि दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर (Delhi Meerut RRTS corridor) पूरी तरह तैयार हो जाने के बाद सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। इससे सार्वजनिक परिवहन उपयोग की मौजूदा 37 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़कर 63 प्रतिशत तक हो जाएगी। स्टेशनों पर तैयार किए जा रहे पार्किंग स्थलों में 1600 से अधिक चारपहिया और 6500 से अधिक दुपहिया वाहनों के खड़ा करने की सुविधा होगी।

By sanjeev Gupta Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 18 Jul 2024 08:24 PM (IST)
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नमो भारत के सभी 25 स्टेशनों की पार्किंग में एक साथ खड़े हो सकेंगे आठ हजार वाहन।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर (Delhi Meerut RRTS corridor) पर फर्स्ट और लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा लगातार प्रयास जारी है। इसी कड़ी में आरआरटीएस स्टेशनों पर बनाए जा रहे पार्किंग स्थलों पर आठ हजार से अधिक वाहनों को एक साथ खड़ा किया जा सकेगा। इन स्टेशनों को रणनीतिक रूप से पांच से 10 किमी की औसत दूरी पर विकसित किया जा रहा है।

एनसीआरटीसी का कहना है कि दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पूरी तरह तैयार हो जाने के बाद सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। इससे सार्वजनिक परिवहन उपयोग की मौजूदा 37 प्रतिशत की हिस्सेदारी बढ़कर 63 प्रतिशत तक हो जाएगी। स्टेशनों पर तैयार किए जा रहे पार्किंग स्थलों में 1,600 से अधिक चारपहिया और 6,500 से अधिक दुपहिया वाहनों के खड़ा करने की सुविधा होगी।

मेरठ साउथ स्टेशन में बनी है सबसे बड़ी पार्किंग

दिल्ली से मेरठ तक पूरे आरआरटीएस कॉरिडोर पर 25 स्टेशन हैं। सबसे बड़ी पार्किंग मेरठ साउथ स्टेशन में बनाई जा चुकी है, जहां करीब 300 कारें और 900 दुपहिया वाहन पार्क किए जा सकते हैं। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्किंग दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन पर विकसित की जा रही है, जहां करीब 275 कारें और 900 दुपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे।

इस कॉरिडोर का 34 किलोमीटर का हिस्सा पहले से ही आठ आरआरटीएस स्टेशनों के साथ जनता के लिए संचालित है, जहां यात्रियों को पार्किंग की सुविधा दी गई है। इन पार्किंग स्थलों में ऑटो रिक्शा पार्क करने की सुविधा भी उपलब्ध है। स्टेशनों पर पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं।

ये रहेगा पार्किंग शुल्क

इन पार्किंग स्थलों पर सिर्फ पिक एंड ड्रॉप के लिए आने वाले वाहनों के लिए शुरुआती 10 मिनट तक कोई शुल्क नहीं होगा। 10 मिनट के बाद और छह घंटों तक साइकिल के लिए पांच रुपए, दुपहिया वाहनों के लिए 10 रुपए और चारपहिया वाहनों के लिए 25 रुपये चुकाने होंगे।

वहीं, छह से 12 घंटे के लिए साइकिल के लिए पांच रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 25 रुपये और चारपहिया वाहन के लिए 50 रुपये एवं 12 घंटे के बाद आरआरटीएस संचालन के घंटे समाप्त होने तक साइकिल के लिए 10 रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 30 रुपये और कारों के लिए 100 रुपये चुकाने होंगे। नन ऑपरेशनल घंटों के दौरान नाइट पार्किंग शुल्क साइकिल के लिए 20 रुपये, दुपहिया वाहनों के लिए 60 रुपये और कारों के लिए 200 रुपये तक होगा।

मिलेगी बैटरी स्वैपिंग की सुविधा

दिव्यांग यात्रियों की आवाजाही को ध्यान में रखते हुए उनके वाहनों की पार्किंग के लिए अलग से जगह निर्धारित की गई है। स्टेशन में आसान प्रवेश के लिए रैंप भी बनाए गए हैं, ताकि वे नमो भारत ट्रेन में यात्रा की सुविधा का लाभ उठा सकें। एनसीआरटीसी अपने पार्किंग स्थलों पर नमो भारत के यात्रियों और लास्ट माइल सेवा प्रदाताओं, दोनों के लिए बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित करने की भी योजना बना रही है। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।

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