Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की खास प्लानिंग, चीन का बना था ये सामान; बनवाए थे स्पेशल जूते
संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपित सागर शर्मा और मनोरंजन डी कलर स्मोक क्रैकर जूतों में छिपाकर पहुंचे थे। वहीं नीलम आजाद व अमोल शिंदे जेब में यह क्रैकर लेकर गए थे। इसके लिए उन्होंने पहले से ही खास प्लानिंग की थी। यह क्रैकर चीन निर्मित हैं। संसद में कलर स्मोक क्रैकर ले जाने के लिए सागर शर्मा व मनोरंजन डी दोनों ने
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। संसद पर आतंकी हमले की बरसी के दिन सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में आरोपित सागर शर्मा और मनोरंजन डी कलर स्मोक क्रैकर जूतों में छिपाकर पहुंचे थे। कलर स्मोक क्रैकर को उन्होंने जूतों से निकालकर लोकसभा कक्ष में फोड़ा था। क्रैकर ले जाने के लिए उन्होंने मोची से बकायदा सोल लगवाकर जगह बनवाई थी।
क्रैकर ले जाने के लिए बनवाए थे खास जूते
नीलम आजाद व अमोल शिंदे जेब में यह क्रैकर लेकर गए थे। यह क्रैकर चीन निर्मित हैं। संसद में कलर स्मोक क्रैकर ले जाने के लिए सागर शर्मा व मनोरंजन डी दोनों ने बाएं पैर के जूते की सोल को कटवाकर उसमें अलग से एक रबर की सोल लगवाई थी। दोनों स्पोर्ट्स जूते पहनकर गए थे, अतिरिक्त सोल लगवाने की वजह से जूतों का आकार भी बढ़ गया था।
पुलिस ने जब सागर शर्मा के स्लेटी रंग के जूतों की जांच की तो पता लगा कि बाएं पैर के जूते की सोल को काटकर जूते के नीचे रबर की सोल लगाई थी, जिस वजह से जूते की मोटाई बढ़ गई थी। मनोरंजन डी के भूरे रंग के बाएं पैर के जूते की भी सोल दोबारा से लगाई गई थी। इसके अलावा दाहिने पैर के जूते का भीतरी तलवा भी आंशिक रूप से काटा गया था।
आरोपितों के पास से बरामद हुए पैम्फलेट
दोनों नीले रंग की जुराब पहनकर पहुंचे थे। आरोपितों के पास से दो पैम्फलेट बरामद हुए हैं। एक पर अंग्रेजी में ‘जय हिंद’ का नारा लिखा हुआ था और तिरंगे में मुट्ठी की तस्वीर छपी हुई है। वहीं दूसरे पैम्फलेट पर मणिपुर मुद्दे पर अंग्रेजी में नारे लिखे हुए हैं।
अमोल शिंदे व नीलम ने संसद भवन के गेट नंबर दो/तीन के बाहर कलर स्मोक क्रैकर फोड़कर नारेबाजी की थी।इस दौरान चार क्रैकर फोड़े गए व पांचवां फोड़ने से पहले इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
कहां बनाए गए थे क्रैकर
क्रैकर चीन में बनाए गए थे। जांच के दौरान पता लगा कि क्रैकर पर ‘चीन में निर्मित’ लिखा हुआ था। सभी पर चेतावनी अंकित है कि हमेशा चश्मा व दस्ताने पहनकर ही इनका इस्तेमाल करें। कभी भी घर के अंदर या बंद स्थान पर इसका इस्तेमाल न करें।
मौके से पांच साक्ष्य बरामद
फोरेंसिक सहायक के साथ मोबाइल क्राइम टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कराया गया। टीम को मौके से कुल पांच साक्ष्य मिले हैं। हालांकि पुलिस ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि उन्हें क्या साक्ष्य मिले हैं।