Sansad Hamla: दिल्ली या हरियाणा में नहीं, डेढ़ साल पहले इस शहर में रची गई थी संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश
संसद भवन की सुरक्षा में सेंध मामले में लगातार नई जानकारियां सामने आ रही हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए चार आरोपित नीलम अमोल शिंदे सागर शर्मा व मनाेरंजन से दिल्ली पुलिस सहित सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ से पता चला है कि करीब डेढ़ साल पूर्व कर्नाटक के मैसूर में संसद भवन के अंदर व बाहर हंगामा करने की साजिश रची गई थी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। संसद भवन की सुरक्षा में सेंध मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपित नीलम, अमोल शिंदे, सागर शर्मा व मनाेरंजन से दिल्ली पुलिस सहित सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ से पता चला है कि करीब डेढ़ साल पूर्व कर्नाटक के मैसूर में संसद भवन के अंदर व बाहर हंगामा करने की साजिश रची गई थी।
सोशल मीडिया के जरिये हुई थी मुलाकात
गिरफ्तार चारों आरोपित व फरार आरोपित ललित झा की करीब डेढ़ साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक व इंस्टाग्राम पर मुलाकात हुई थी। उसके बाद इन्होंने मैसूर में सामाजिक मुद्दों को एक तरीके से उठाने के लिए पहली मीटिंग की थी। मीटिंग के बाद इनकी आपस में लगातार बातचीत होती रहीं लेकिन
नौ माह पूर्व इन्होंने विरोध प्रदर्शन करने के लिए संसद का उपयोग करने का निर्णय किया। वारदात से पूर्व गिरफ्तार दो आरोपितों ने पुराने व नए संसद भवन के अंदर व बाहर की दो बार रेकी की। सभी तरह की जानकारी जुटाने के बाद इन्होंने संसद भवन की बरसी के दौरान वारदात को अंजाम दिया।
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इन प्वाइंट्स में जानें पूरी टाइमलाइन
- करीब डेढ़ साल पहले वह सभी सामाजिक मुद्दों को एकल माध्यम से उठाने के लिए मैसूर में मिले थे।
- लगभग नौ माह पहले वह मिले और अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए संसद का उपयोग करने का निर्णय लिया।
- संसद की रेकी करने के लिए मनोरंजन पास की मदद से मार्च में बजट सत्र के दौरान दर्शक बन कर संसद गया था।
- जुलाई में सागर स्वयं संसद आया था और संसद में अंदर जाए बिना ही लखनऊ वापस चला गया।
- सागर गोमती एक्सप्रेस में बैठकर लखनऊ से दिल्ली के लिए आया था।
- वो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा। एक घंटे बाद अमोल महाराष्ट्र से और नीलम उचाना, हिसार से दिल्ली आ गई। सभी मेट्रो स्टेशन पर मिले।
- 10 तारीख को रात में सागर, नीलम और अमोल गुड़गांव में विक्की (मनोरंजन का दोस्त) के घर पहुंचे।
- विक्की शर्मा गुड़गांव के सेक्टर- 7 में मकान नंबर 67 में एक एक मंजिला इमारत में रहता है। रात में ललित आया और अगली सुबह मनोरंजन फ्लाइट से आया। सागर, अमोल, ललित और मनोरंजन की यही पहले मुलाकात हुई थी।
- वे संसद में आगंतुकों के लिए पास की व्यवस्था करने के लिए तीन रात और दो दिन गुड़गांव में रुके और 14 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करने वाले थे। लेकिन उन्हें पहले ही पास मिल गया और उन्होंने आज ही विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया।
- सागर सुबह लगभग साढ़े पांच बजे हुड़ा सिटी सेंटर से आनंद विहार के लिए निकला। उसे वहां अपना आधार कार्ड लेना था जो उसके पारिवारिक मित्र अंश ने यूपी रोडवेज के बस ड्राइवर के माध्यम से भेजा था।
- आधार कार्ड लेने के बाद सागर मेट्रो से सागर (सांसद के पीए) से 18 महादेव रोड पर विजिटर पास लेने चला गया। विजिटर पास लेने के बाद सागर राजीव चौक गया फिर वहां से झंडे खरीदने के लिए सदर गया और समूह के बाकी लोगों से मिलने के लिए इंडिया गेट वापस आ गया।
- नीलम, मनोरंजन, ललित और अमोल गुड़गांव से कैब से आए और सागर का इंतजार करने लगे।
- स्मोक बम अमोल ने लातूर में खरीदा था जिसे बाद में सागर ने कुर्ला से एकत्रित किया था।
- सागर ने जूते खरीदे और स्थानीय मोची की मदद से उन जूतों में छेद कराया और उसे बंद करवा दिया।
- इन सभी ने इंडिया गेट पर करीब आधे घंटे तक मीटिंग की। बैठक में निर्णय लिया कि वे धुआं बम नहीं फेंकेंगे, बल्कि उन्हें अपने हाथों में पकड़ लेंगे ताकि यह पता चल सके कि ये बम हानिरहित हैं।
- तय हुआ कि सागर और मनोरंजन संसद में प्रवेश करेंगे और दोनों को पीले रंग का एक-एक स्मोक (धुआं) बम दिया गया, जिसे उन्होंने अपने जूतों के अंदर छिपाया।
- सागर ने जूतों में कुछ पर्चे भी छिपा रखे थे। चूंकि स्मोक बम फेंकने के बाद उन्हें पर्चे फेंकने थे। जबकि नीलम, अमोल और ललित झा को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन करना था।
- दोपहर करीब 12 बजे सागर और मनोरंजन संसद में घुसे और संसद में स्मोक बम फेंक दिया।
- विरोध प्रदर्शन करते हुए समूह द्वारा लगाए गए नारे- हिंदुस्तान जिंदाबाद, जय हिंद, जय भीम, तानाशाही बंद करो, लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ, भाजपा सरकार होश में आओ।