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संसद भवन की सुरक्षा में फिर सेंध, नकली पास की मदद से घुसने की कोशिश कर रहे युवक को मुस्तैद सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा

संसद भवन की सुरक्षा में एक और बड़ी चूक सामने आई है। बुधवार सुबह 10 बजे सीआईएसएफ कर्मियों ने संसद के प्रवेश द्वार पर चेकिंग के दौरान एक दिहाड़ी मजदूर को जाली पास के साथ पकड़ा। इस घटना ने संसद की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। इस मामले की जांच संसद मार्ग थाना कर रहा है।

By Jagran News Edited By: Sonu Suman Updated: Thu, 29 Aug 2024 11:04 PM (IST)
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संसद भवन परिसर में जाली पास की मदद से घुसते शख्स को CISF के जवानों ने पकड़ा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। संसद भवन की सुरक्षा में सेंध का एक और मामला सामने आया है। मामला बुधवार सुबह 10 बजे का है। सीआईएसएफ कर्मियों ने संसद के प्रवेश द्वार पर चेकिंग के दौरान जाली पास के साथ एक दिहाड़ी मजदूर को पकड़ लिया। उसके पास मिले पास के बारे में पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह पास उसे कंप्यूटर ऑपरेटर तुषार यादव ने मुहैया कराया था।  

तुषार यादव से पूछताछ करने पर उसने गलती स्वीकार की और माफी मांगी। इसपर आगे की जांच के लिए मजदूर को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। संसद मार्ग थाना इस मामले में जांच कर रहा है।

16 अगस्त को भी एक युवक दीवार फांदकर संसद में घुसा

बीते 16 अगस्त को भी एक युवक दीवार फांदकर संसद परिसर में घुस गया था। वहां तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने युवक को पकड़ लिया था। घटना की जानकारी मिलते ही सभी सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं थी। संसद भवन में आईबी समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने उससे घंटों पूछताछ करने के उसे संसद मार्ग पुलिस को सौंप दिया था। वह इम्तियाज खान रोड की तरफ से संसद भवन की दीवर फांदकर अंदर घुस आया था। युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी मनीष के रूप में हुई थी। उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी।

बीते साल 13 दिसंबर को चार युवकों ने लगाया था सेंध

संसद भवन की सुरक्षा में चूक का यह कोई नया मामला नहीं है। 2001 में संसद पर हमले की बरसी पर पिछले साल 13 दिसंबर को संसद में शीतकालीन सत्र के दौरान चार व्यक्तियों ने प्रवेश किया था। वे लोग मुख्य हाल से कूदकर लोकसभा में दाखिल हुए थे। इन्होंने यहां पीले रंगा धुआं छोड़ा था और उसी समय संसद के बाहर भी दो लोगों ने नारेबाजी की थी। हालांकि सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था। सभी आरोपित न्यायिक हिरासत में ही हैं।

सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ को सौंपी गई

इस घटना के बाद संसद की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ से लेकर सीआईएसएफ को सौंप दी गई थी।  इसी साल चार जून को संसद भवन फ्लैप गेट पर पास चेकिंग के दौरान सीआइएसएफ कर्मियों ने कासिम, मोनिस और शोएब नामक तीन व्यक्तियों को पकड़ा था जो फर्जी आधार दिखाकर संसद भवन में घुसने की कोशिश कर रहे थे। बाद में पूछताछ के बाद इन्हें छोड़ दिया गया था।

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