Delhi Farmer Protest Violence: आरोपित किसान नेताओं पर कसा शिकंजा, जारी होगा लुकआउट नोटिस; पासपोर्ट भी होंगे जब्त
Delhi Parmer Protest Violence मंगलवार को हुई हिंसा के चलते 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जबकि 30 से अधिक FIR दर्ज हुई है। दिल्ली पुलिस अब दीप सिद्धू की तलाश में जुट गई है जिस पर साजिश रचने का आरोप है।
नई दिल्ली, एएनआइ/जागरण संवाददाता। 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान होने वाली हिंसा पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को सख्त आदेश दिया गया है कि जिन किसान नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जाएगा। इसके साथ ही किसान नेताओं के पासपोर्ट भी जब्त होंगे। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस ने किसान नेता योगेंद्र यादव समेत करीब 20 नेताओं को नोटिस भेजा है। बता दें कि मंगलवार को हुई हिंसा के चलते 300 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि 30 से अधिक FIR दर्ज हुई है। दिल्ली पुलिस अब दीप सिद्धू की तलाश में जुट गई है, जिस पर साजिश रचने का आरोप है।
गौरतलब है कि दिल्ली दंगे की तरह ट्रैक्टर परेड की आड़ में उपद्रव करने के मामले की जांच के लिए भी पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने क्राइम ब्रांच की विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित कर दी है। एसआइटी को जांच में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व संबंधित स्थानीय थाना पुलिस भी सहयोग करेगी। पुलिस यह पता लगा रही है कि दिल्ली दंगे की तरह मंगलवार को उपद्रव करने की भी साजिश पहले तो नहीं रची जा रही थी। दिल्ली दंगे में दंगे के बाद जांच में पता चला था कि दो महीना पहले से दंगे की साजिश रची जा रही थी।
वामपंथी समेत कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने न केवल दंगाइयों के साथ बैठक कर उन्हें उकसाने का काम किया था, बल्कि दंगे को फंडिंग भी किया था। दंगे में शामिल कई नेताओं की उपस्थिति किसान आंदोलन के दौरान भी देखी गई। इसलिए पुलिस को शक है कि गणतंत्र दिवस के दिन उपद्रव कराने के पीछे भी कई पार्टी नेताओं के हाथ हो सकते हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल आइबी की मदद से इसका पता लगाने में जुट गई है।
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