दिल्ली के पैदल यात्री हो जाएं सावधान! पिछले साल 622 राहगीरों की हुई मौत, दोपहिया वाहन सवार भी हो रहे शिकार
दिल्ली में सड़क हादसों में पैदल चलने वालों और दोपहिया वाहन चालकों की मौत का आंकड़ा सबसे ज्यादा है। 2023 में 622 पैदल यात्रियों की मौत हुई और 1941 घायल हुए जबकि 2022 में 629 पैदल यात्रियों की मौत हुई और 1777 घायल हुए। इस खबर में दिल्ली में सड़क हादसों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है और उन क्षेत्रों की पहचान की गई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023 में 622 पैदल यात्रियों की जान गई और 1941 घायल हुए, जबकि 2022 में 629 पैदल यात्रियों की जान गई और 1,777 घायल हुए। यह आंकड़ा 2023 में मारे गए सभी पीड़ितों का 42.7 प्रतिशत व 2022 में 43.05 प्रतिशत था। पैदल यात्रियों व दोपहिया सवार कुल सड़क हादसे में घायलों का 78 प्रतिशत और मारे गए पीड़ितों का 81 प्रतिशत हिस्सा बनाते हैं जिससे इन्हें असुरक्षित सड़क उपयोगकर्ता के रूप में माना गया है।
पैदल यात्रियों के बाद दोपहिया सवार सबसे अधिक असुरक्षित पीड़ितों की श्रेणी में आते हैं। 2023 में दोपहिया वाहन चालकों की भागीदारी वाली घातक दुर्घटनाओं में मामूली कमी आई है। सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले दोपहिया वाहन चालकों की संख्या 2022 में 2,263 से बढ़कर 2023 में 2,356 हो गई।
सड़क दुर्घटना में साइकिल चालकों की हिस्सेदारी बढ़ी
पिछले आठ वर्षों के दौरान सड़क दुर्घटना में साइकिल चालकों की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत से चार प्रतिशत हो गई है। पिछले 15 वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले साइकिल चालकों का प्रतिशत धीरे-धीरे घटकर 2007 में 5.05 प्रतिशत से 2023 में 2.06 प्रतिशत हो गया है। 2023 में कारों, टैक्सियों ने 190 घातक दुर्घटनाएं कीं, जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 13.27 प्रतिशत है।भारी वाहनों ने 190 घातक दुर्घटनाएं कीं
इसी तरह भारी वाहनों ने 190 घातक दुर्घटनाएं कीं, जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 13.27 प्रतिशत है, जो वाहन प्रकार के हिसाब से सबसे अधिक दुर्घटना हिस्सा है। दोपहिया वाहन 155 घातक दुर्घटनाओं (10.82 प्रतिशत हिस्सा) के साथ दूसरे स्थान पर हैं। 2023 में दिन और रात के अनुसार दुर्घटना वर्गीकरण से पता चलता है कि 2023 में दिन के समय 629 व रात के समय 803 घातक दुर्घटनाएं हुईं।
रिंग रोड, आउटर रिंग रोड सबसे खतरनाक ब्लैक स्पॉट
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2023 में 500 मीटर के दायरे में तीन या अधिक घातक दुर्घटनाओं या उसी क्षेत्र में दस या अधिक कुल सड़क दुर्घटनाओं के मानदंड के अनुसार 107 दुर्घटना प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है। अधिकतम घातक दुर्घटनाओं वाले शीर्ष 10 स्थानों को ब्लैक स्पाट कहा जाता है। रिंग रोड (20 मरे), आउटर रिंग रोड (17 मरे) और जीटी करनाल रोड (14 मरे) में सबसे खतरनाक ब्लैक स्पॉट बताया गया है।पुरुषों की मृत्यु दर सड़क दुर्घटना मौतों का 76 प्रतिशत
2023 में सड़क दुर्घटनाओं में घायल पुरुषों की संख्या 68 प्रतिशत और महिलाओं की संख्या 32 प्रतिशत है, जो 18 वर्ष से कम आयु के हैं। 18 वर्ष से कम आयु वर्ग में पुरुषों की मृत्यु दर सड़क दुर्घटना मौतों का 76 प्रतिशत है, जबकि महिलाओं की 24 प्रतिशत है।2023 में 46 प्रतिशत वाहन जिनकी संख्या 660 घातक दुर्घटनाओं की है, अज्ञात हैं, कार व टैक्सियों ने 190 घातक दुर्घटनाएं कीं, जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 13 प्रतिशत है और भारी वाहनों ने भी 190 घातक दुर्घटनाएं कीं, जो कुल घातक दुर्घटनाओं का 13 प्रतिशत है।
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