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दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में निजी ईमेल के इस्तेमाल पर रोक, साइबर अटैक की आशंका के चलते लिया फैसला

अस्पताल के सूचना तकनीक और वेब प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 90 दिन से अधिक समय तक ऑफिशियल ईमेल आईडी का इस्तेमाल नहीं करने पर वह ब्लाक हो जाएगा। इस संबंध में अस्पताल प्रशासन ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है। ऐसा करने से अस्पताल के डाटा और सर्वर को हैक करने की गुंजाइश नहीं रहेगी।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Mon, 05 Feb 2024 11:51 AM (IST)
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दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में निजी ईमेल के इस्तेमाल पर रोक
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों के लिए निजी ईमेल आईडी के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया गया है। इस बाबत अस्पताल प्रशासन ने हाल ही में एक आदेश जारी किया है।

निजी ईमेल आईडी की जगह अस्पताल से संबंधित सरकारी और विभागीय कामकाज के लिए सिर्फ अस्पताल द्वारा जारी सरकारी ईमेल आईडी का की इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है। इसलिए अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी विभागीय काम काज के लिए अब सिर्फ ऑफिशियल ईमेल आईडी का ही इस्तेमाल कर पाएंगे। ताकि अस्पताल के डाटा और सर्वर को हैक करने की गुंजाइश ना रहे।

इस्तेमाल न करने पर ब्लाक हो जाएगी ईमेल आईडी

अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों के ऑफिशियल ईमेल आईडी भी बने हुए हैं, लेकिन बहुत डॉक्टर और कर्मचारी संवाद के लिए निजी ईमेल आईडी का इस्तेमाल करते हैं। अस्पताल के सूचना तकनीक और वेब प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 90 दिन से अधिक समय तक ऑफिशियल ईमेल आईडी का इस्तेमाल नहीं करने पर वह ब्लाक हो जाएगा।

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2022 में एम्स के सर्वर पर हुआ था रैनसमवेयर का अटैक

इसलिए इसका इस निर्धारित अवधि से पहले इस्तेमाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। अस्पताल सूत्रों के अनुसार इस आदेश का एक कारण साइबर हमले की आशंका है। नवंबर 2022 में एम्स के सर्वर पर रैनसमवेयर का अटैक हुआ था।

इससे लंबे समय तक एम्स में ऑनलाइन सेवाएं प्रभावित रही थी। सफदरजंग अस्पताल में भी पहले सर्वर हैक करने की कोशिश हो चुकी है। अक्सर ईमेल के जरिए हैकर सर्वर हैक करने कोशिश करते हैं। यही वजह कि अस्पताल में निजी ईमेल आईडी का इस्तेमाल रोकने का आदेश जारी हुआ है।

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