Delhi: चिल्ला खेल परिसर में तैयार सिंथेटिक टर्फ कोर्ट, खिलाड़ी जल्द शुरू करेंगे अभ्यास
डीडीए ने चिल्ला खेल परिसर के सभी कोर्ट को सिंथेटिक टर्फ मैदान में परिवर्तित कर दिया है। बास्केटबॉल के प्रति युवाओं के आकर्षण को ध्यान में रखते हुए परिसर में दो कोर्ट तैयार किए गए है। इसमें प्रकाश व्यवस्था का बेहतर इंतजाम है ताकि रात में भी मैच हो सकें।
By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 27 Oct 2020 12:14 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पूर्वी दिल्ली में वसुंधरा एंक्लेव स्थित चिल्ला खेल परिसर में खिलाड़ियों को शीघ्र ही सिंथेटिक टर्फ बास्केटबॉल, बैडमिंटन, लॉन टेनिस व फुटबॉल आदि कोर्ट की सुविधा मिलेगी। दिल्ली विकास प्राधिकरण (Delhi Development Authority) की पहल से जोन स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए परिसर कोर्ट एक दम बनकर तैयार है। हालांकि, कोरोना संकट के चलते अभी परिसर में खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति नहीं है, जब परिसर में खिलाड़ियों को अनुमति मिल जाएगी तो सभी कोर्ट खिलाड़ियों को सौंप दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि डीडीए ने चिल्ला खेल परिसर के सभी कोर्ट को सिंथेटिक टर्फ मैदान में परिवर्तित कर दिया है। बास्केटबॉल के प्रति युवाओं के आकर्षण को ध्यान में रखते हुए परिसर में दो कोर्ट तैयार किए गए है। इसमें प्रकाश व्यवस्था का बेहतर इंतजाम है ताकि रात में भी मैच हो सके। इसी के साथ परिसर में चेंज रूम, शौचालय, दर्शक दीर्घा भी बनाए गए है। साथ ही इस खेल परिसर में स्केटिंग, रोलर स्केटिंग, स्केट बोर्ड के लिए अलग से सुविधा है। चिल्ली खेल परिसर के सचिव वाइ एस राणा ने बताया कि छोटे शहरों से लेकर गांव-देहात तक खेल प्रतिभाओं की भरमार है। स्कूल के स्तर पर परिसर में छोटी-छोटी खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कर इन्हें तलाशा जा सकता है। उसके लिए परिसर में शुरूआती दौर से प्रतियोगिताएं आयोजित हो रही है। हालांकि कोरोना संकट के कारण करीब छह महीने से प्रतियोगिताएं बंद है लेकिन जैसे ही माहौल में सुधार होगा वैसे ही प्रतियोगिताएं शुरू करवा दी जाएंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सिंथेटिक टर्फ मैदान में खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए अच्छी सुविधा मिलने से उनके प्रदर्शन में सुधार होगा।
कैसे तैयार होता है सिंथेटिक टर्फ मैदान
डीडीए के अधिकारी ने अपने नाम का जिक्र न करने की शर्त पर बताया कि परिसर में बास्केटबॉल, लॉन टेनिस, बैडमिंटन के मैदान में दर्शकों के लिए सौ सिटिंग प्लान, खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम व दो ब्लॉक में चार शौचालय तैयार करवाए गए है। साथ ही कहा कि सिंथेटिक टर्फ मैदान को तैयार करने लिए तारकोल से पक्के फर्श को तैयार कर उस पर एक लेयर रबड़ के दाने की तैयार करवाई जाती है। उसके बाद ग्रीन व नीले रंग का टर्फ को बिछाकर पेस्ट किया जाता है। खिलाड़ियों के लिए रेंफोर्सेड सीमेंट कंक्रीट (आरसीसी) के मुकाबले सिंथेटिक टर्फ का मैदान काफी फायदेमंद होता है।Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो
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