PM मोदी आज करेंगे पहली माइक्रोबायोलाजी फूड टेस्टिंग लैब का शुभारंभ, खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता जांच में होगा फायदा
लैब में खाद्य वस्तुओं के सैंपल में फंगस व बैक्टीरिया की जांच हो सकेगी जो लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगी। इसके अलावा पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही आरएमएल अस्पताल से जुड़े अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिकल कालेज के भवन का भी शिलान्यास करेंगे। आरएमएल में 470 करोड़ की लागत से मेडिकल कालेज के भवन का निर्माण किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को दिल्ली में दो परियोजनाओं का शिलान्यास व शुभारंभ करेंगे। इसके तहत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये दिल्ली में पहली माइक्रोबायोलाजी फूड टेस्टिंग लैब का शुभारंभ करेंगे। जिसमें खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता जांच के लिए अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी।
फंगस व बैक्टीरिया की जांच हो सकेगी
इस लैब में खाद्य वस्तुओं के सैंपल में फंगस व बैक्टीरिया की जांच हो सकेगी। इसके अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ही आरएमएल अस्पताल से जुड़े अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिकल कालेज के भवन का भी शिलान्यास करेंगे।
पांच वर्षों से लंबित थी परियोजना
अगस्त 2019 में आरएमएल अस्पताल के मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हुई थी। इससे पहले आरएमएल के मेडिकल कालेज में सिर्फ मेडिकल स्नातकोत्तर व सुपर स्पेशियलिटी की पढ़ाई होती थी। एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होने के बाद आरएमएल अस्पताल के मेडिकल कालेज का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान रखा गया। करीब पांच वर्षों से मेडिकल कालेज के नए भवन की परियोजना लंबित थी। शिलान्यास के बाद इसका निर्माण शुरू हो जाएगा।470 करोड़ की लागत से बनेगा भवन
करीब 470 करोड़ की लागत से मेडिकल कालेज के लिए बहुमंजिले भवन का निर्माण होगा, जिसमें 12 तल होंगे। इसमें छह बड़े व्याख्यान हाल होंगे। प्रत्येक व्याख्यान हाल में 250 छात्रों के बैठने की सुविधा होगी। एक सभागार का भी निर्माण होगा। जिसमें 1500 लोगों के बैठने की सुविधा होगी। इसके अलावा भूमिगत पार्किंग भी बनाई जाएगी। जिसमें एक हजार कार खड़ी की जा सकेंगी।
वहीं लारेंस रोड औद्योगिक क्षेत्र में केंद्र सरकार ने अत्याधुनिक माइक्रोबायोलाजी फूड टेस्टिंग लैब का निर्माण कराया है। इसका संचालन दिल्ली का खाद्य सुरक्षा विभाग करेगा। खाद्य वस्तुओं में मिलावट की जांच के लिए केमिकल लैब पहले से मौजूद है। लेकिन पहले माइक्रोबायोलाजी फूड टेस्टिंग लैब नहीं होने फंगस व बैक्टीरिया की जांच में दिक्कतें आती थी। माइक्रोबायोलाजी फूड टेस्टिंग लैब शुरू होने से खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता निगरानी बेहतर हो सकेगी।
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