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'जहरीली' हवा से सांसों पर संकट, दिल्ली सरकार ने गठित की विशेषज्ञों की टीम; ऑड-ईवन की भी तैयारी

Delhi Pollution Level राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस की परेशानी बढ़ गई है। वहीं प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने विशेषज्ञों की एक टीम गठित की है। ये डॉक्टर सांस लेने परेशान लोगों का इलाज करेंगे। उधर पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली में ऑड-ईवन नियम लागू करने के संकेत भी दे दिए हैं।

By Ranbijay Kumar Singh Edited By: Kapil Kumar Updated: Wed, 20 Nov 2024 08:11 AM (IST)
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दिल्ली में जहरीली हवा से सांसों पर संकट बढ़ रहा है। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, जागरण, नई दिल्ली। Delhi Pollution राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण अधिक होने के कारण सांस की परेशानी बढ़ गई है। अस्पतालों में सांस के मरीज भी बढ़ गए हैं। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अपने सभी अस्पतालों को सांस रोगों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम गठित करने के निर्देश दिए हैं।

इसके साथ ही ओपीडी व आईपीडी में पहुंचने वाले सांस के मरीजों के प्रतिदिन की रिपोर्ट पर्यावरणीय व व्यवसायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीओईएच) को भेजने का निर्देश दिया है। इसके अलावा अस्पतालों को कहा गया है कि यदि सांस के मरीज अधिक बढ़ते हैं तो तुरंत अलर्ट जारी किया जाए। ई-संजीवनी एप के माध्यम से सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को टेलीकंसल्टेंशन के लिए भी विशेषज्ञ डाक्टर उपलब्ध रहेंगे।

(दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत। जागरण फोटो)

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए जल्द लागू हो सकता है ऑड-ईवन

दिल्ली की बिगड़ चुकी वायु गुणवत्ता से चिंतित दिल्ली सरकार जल्द ऑड-ईवन लगा सकती है। इसके संकेत पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिए हैं। मंगलवार को प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में सुधार नहीं हुआ तो यह कदम उठाया जा सकता है।

सरकार विशेषज्ञों की सलाह और आवश्यकताओं के आधार पर ऑड-ईवन नियम को फिर से लागू करने पर अंतिम फैसला लेगी। इसके साथ ही घर से काम करने के उपायों को लागू करने की संभावना पर राय ने कहा कि स्थितियां गंभीर हैं, हम जल्द ही इस पर निर्णय लेंगे।

कृत्रिम बारिश का भी जिक्र किया

इसके साथ ही राय ने कृत्रिम वर्षा का फिर जिक्र किया, कहा कि इससे प्रदूषण हट सकता है, इसके लिए उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को फिर पत्र लिखा है और उनके बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए संबंधित विभागों के साथ आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया है।

गोपाल राय ने पीएम मोदी से कहा...

उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों की सांसों पर संकट है प्रधानमंत्री को इस मामले में दिल्ली के लोगों की परेशानी को देखते हुए निर्देश देना चाहिए। राय ने कहा कि बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों सहित लोग सांस लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और हमें इस स्थिति पर गहरा अफसोस है। राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता रविवार से "गंभीर प्लस" श्रेणी में बनी हुई है, जिसमें एक्यूआई रीडिंग लगातार 450 से ऊपर है।

ग्रेप-4 के तहत वाहनों पर लगा दिए प्रतिबंध

मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उनकी सरकार की ओर से प्रदूषण को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। राय ने कहा कि सरकार ने पहले ही ग्रेप-चार के तहत वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। हम इन उपायों के प्रभाव का विश्लेषण कर रहे हैं। यदि विश्लेषण सकारात्मक परिणाम दिखाता है, तो हम उसके अनुसार आगे निर्णय लेंगे। मौजूदा स्थिति को मेडिकल इमरजेंसी बताते हुए राय ने सामूहिक कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया।

गोपाल राय ने कहा कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान हो या फिर बिहार ही क्यों न हो, आज पूरा उत्तर भारत प्रदूषण की मार झेल रहा है और आसमान पर स्माग की एक चादर फैली हुई है।

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उन्होंने कहा कि एक्सपर्ट से चर्चा के बाद यह बात सामने आई है कि अब वह समय आ गया है कि यदि हमें इस स्माग की चादर को तोड़ना है तो हमें कृत्रिम वर्षा करवानी पड़ेगी। इसके साथ ही प्रदूषण के मुद्दे पर उन्होंने केंद्र पर दिल्ली की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की आलोचना भी की।

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