Delhi: पत्नी ने 25 साल बाद फोटो देख हत्यारे को पहचाना, पुलिस ने बताया इतने सालों तक क्या कर रहा था आरोपित
Delhi 25 Years Old Murder Case लूट के लिए अपने दोस्त की हत्या कर पिछले 25 सालों से फरार चल रहे आरोपित को उत्तरी जिला पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। आरोपित का चेहरा देख मृतक की पत्नी ने उसकी पहचान की है।
नई दिल्ली [धनजंय मिश्र]। लूट के लिए अपने दोस्त की हत्या कर पिछले 25 सालों से फरार चल रहे आरोपित को उत्तरी जिला पुलिस ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है। आरोपित का चेहरा देख मृतक की पत्नी ने उसकी पहचान की है। पुलिस आरोपित से उससे पूछताछ में जानने की कोशिश कर रही है कि वह अब कहां था और क्या कर रहा था।
वर्ष 1997 में ओखला में सुनीता अपने पति किशनलाल और बच्चों के साथ किराए के मकान में रहती थीं। एक दिन किशन लाल की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई। इसके बाद ओखला थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई। सुनीता ने अपने पति के दोस्त रामू पर हत्या का शक जाहिर करते हुए पुलिस को बताया था कि उनके पति के साथ रामू अक्सर आया जाया करता था।
ये भी पढ़ें- Cheetahs Tail Facts: चीते की पूंछ रफ्तार बढ़ाने में करती है मदद, जानिए इसके बारे में कुछ खास बातें
हत्या के बाद गायब हो गया आरोपित
हत्या के बाद उसका कोई अता पता नहीं है। पुलिस टीम रामू की तलाश में जुट गई, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला था। कोर्ट ने रामू को भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया। कई वर्ष तक जब उसका पता नहीं चल पाता है तो यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
नए सिरे से शुरू की जांच
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि चूंकि मामला काफी पुराना था और कई जांच अधिकारी बदल चुके थे। इसलिए इस मामले को नए सिरे से जांच किया गया। पुलिस टीम सबसे पहले सुनीता के पास पहुंची और रामू के बारे कुछ जानकारियां लीं।
उसने बताया कि रामू के भाई की पत्नी दिल्ली के तुगलकाबाद में रहती है। पुलिस उस महिला तक पहुंची तो पता चला कि अभी कुछ समय पहले ही रामू की मां की सड़क दुर्घटना में मौत हुई है।
बीमा अधिकारी बनी पुलिस
पुलिस बीमा अधिकारी बनकर रामू के भाई से मिली। उसे बताया गया है कि क्योंकि उसकी मां की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है, इसलिए उन्हें बीमा का पैसा मिलेगा। पुलिस की एक टीम हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम बनकर रामू के भाई से रामू और उसके पूरे परिवार की जानकारी निकालती है।
रामू के भाई से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस रामू के बेटे के फेसबुक से ट्रैक करती है। उससे बात करने के बाद पता चलता है कि रामू यूपी के लखनऊ में ऑटो चलाता है। पुलिस को यह भी पता चला कि रामू ने अपना नाम बदलकर अशोक यादव के नाम से अपनी नई पहचान बना ली है। फिर पुलिस टीम लखनऊ के कई आटो चालकों से संपर्क कर रामू की लोकेशन निकाल कर उसे पकड़ती है।
फोटो भेजकर करवाई पहचान
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में रामू हत्या करने से इन्कार करता है, लेकिन जब किशनलाल की पत्नी उसे देखती हैं तो वह उसे पहचान जाती हैं। इसके बाद वह हत्या की बात स्वीकार करता है। पूछताछ में पता चला है कि रामू ने अपने दोस्त टिल्लू के साथ मिलकर लूटपाट के लिए किशनलाल की हत्या की थी। उसे पता चला था कि किशनलाल के पास काफी पैसे हैं। मामले में पुलिस फिलहाल टिल्लू की तलाश कर रही है।