संसद की सुरक्षा में सेंध: दिल्ली से 450 किमी दूर पुलिस के हाथ क्या लगा? IB और RAW भी हो गई सतर्क; पुलिस जांच कर रही
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में गिरफ्तार किए आरोपितों के कुछ जले और टूटे हुए मोबाइल फोन के टुकड़े राजस्थान के नागौर से बरामद किए हैं। रविवार को दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शनिवार को मास्टर माइंड ललित झा व महेश कुमावत की निशानदेही पर जले हुए फोन बरामद किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में गिरफ्तार किए आरोपितों के कुछ जले और टूटे हुए मोबाइल फोन के टुकड़े राजस्थान के नागौर से बरामद किए हैं। रविवार को दिल्ली पुलिस ने यह जानकारी दी।
जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शनिवार को मास्टर माइंड ललित झा व महेश कुमावत की निशानदेही पर जले हुए फोन बरामद किए गए हैं। दोनों को जांच के लिए दिल्ली से 450 किलो मीटर दूर नागौर ले जाया गया था, जहां महेश कुमावत ने ललित को ठहरने के लिए एक होटल का बंदोबस्त किया था।
पुलिस ने होटल मालिक भंवर लाल के भी बयान दर्ज किया है। बयान में उसने बताया कि उसकी किसी से पहले कोई मुलाकात नहीं हुई थी।
होटल के पास जलाए गए मोबाइल
ललित ने दावा किया है कि उसने महेश की मदद से होटल के पास ही चार आरोपित सागर शर्मा, मनोरंजन गौड़, नीलम आजाद व अमोल शिंदे के मोबाइल जला दिए थे। जले हुए फोन के अवशेष बरामद होने पर स्पेशल सेल मुकदमे में साक्ष्य मिटाने की धारा भी जोड़ेगी।
पहले यह पता लगाया जा रहा है कि जले हुए फोन वास्तव में चारों आरोपितों के ही हैं अथवा किसी और के खराब फोन हैं। जांच एजेंसी को चकमा देने के लिए उसने किसी और के खराब मोबाइल को नागौर में जला दिया हो।
तकनीकी साक्ष्य छिपाने की कोशिश
पुलिस अधिकारी का कहना है कि अगर ललित झा और महेश कुमावत ने सच में आरोपितों के फोन जला दिए हों तब इससे साफ है कि जांच से जुड़े तकनीकी साक्ष्यों को छिपाने के लिए इन्होंने जानबूझकर मोबाइल नष्ट कर दिए ताकि उनकी साजिश व साजिश में शामिल अन्य के बारे में जांच एजेंसी को जानकारी न मिल पाए।
अभ तक छह आरोपी गिरफ्तार
पुलिस इस मामले में अब तक छह आरोपितों सागर शर्मा, मनोरंजन गौड़, अमोल शिंदे, नीलम आजाद, ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया है। संसद भवन के गेट नंबर एक के बाहर नीलम व अमोल द्वारा कलर स्मोक क्रैकर चलाने व नारेबाजी करने के दौरान ललित झा ने अपने मोबाइल से वीडियो बना इंस्टाग्राम पर डालने के बाद 13 दिसंबर की रात ही बस से नागौर पहुंच गया था।
वहां महेश उसके ठहरने के लिए होटल का बंदोबस्त किया था। होटल में ललित के साथ महेश का भाई कैलाश भी ठहरा था। वारदात से पहले सागर, मनोरंजन, नीलम व अमोल ने अपने-अपने मोबाइल को बंद कर ललित को सौंप दिया था। ललित झा का मोबाइल पुलिस अबतक बरामद नहीं कर पाई है।
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शनिवार को नीलम को पहले जींद ले जाया गया फिर उसे न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित सेल के कार्यालय में रखकर स्पेशल सेल, आईबी और रॉ (RAW) ने पूछताछ की। सभी आरोपितों को स्पेशल सेल जरूरत पड़ने पर उनके पैतृक घर व अन्य ठिकाने पर जांच व सुबूत इकट्ठा करने ले जा रही है। क्योंकि सभी की सात-सात दिनों की रिमांड मिली है।