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गिरोह का पर्दाफाश: पुलिस के हत्थे चढ़े पांच तस्कर, जांच में खुले बड़े राज, पढ़िए चालक से कैसे बना सरगना?

Delhi News राजधानी दिल्ली में पुलिस के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों के बड़े राज खुले हैं। बताया गया कि गिरोह का सरगना पहले दिल्ली में चालक का काम करता था। पढ़िए आखिर आरोपित ऑनलाइन गांजे को कैसे बेचते थे।

By Jagran News Edited By: Kapil Kumar Updated: Mon, 08 Jul 2024 01:08 PM (IST)
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दिल्ली में पुलिस ने गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी पश्चिमी जिले के स्पेशल स्टाफ ने दिल्ली-एनसीआर में गांजा तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपित पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।

आरोपितों की हुई पहचान

पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि आरोपितों की पहचान पश्चिम बंगाल के कूच विहार स्थित गांव सलमारा निवासी बुथारू बर्मन, गांव दिघलतारी निवासी रविंद्र सरकार, अर्जुन सरकार, गांव मनसब सेवरा गुरी निवासी प्रदीप बर्मन और हरिनघाटा निवासी गौतम राय के रूप में हुई है।

पुलिस ने आरोपितों के पास से करीब 28 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। वह गांजे को दिल्ली-एनसीआर में तस्करी करने की फिराक में था।

डिलीवरी भेजने के लिए बना रखे थे 14 पार्सल

तस्करों ने दिल्ली में गांजे की डिलीवरी भेजने के लिए अलग-अलग पार्सल बना रखे थे। उनसे बरामद किए गए गांजे के 14 पार्सल बनाए गए थे। इन्हें अलग-अलग तस्कर के पास भेजा जाना था। पुलिस दिल्ली में इनके गुर्गों का पता लगा रही है। कुछ आरोपितों के नाम व पते पुलिस के पास आएं भी हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द ही छापामारी की जाएगी।

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पहले दिल्ली में चालक था गिरोह का सरगना दीपक

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि गिरोह का सरगना दीपक बर्मन है। वह पहले दिल्ली में चालक के तौर पर काम करता था। इसी दौरान उसे अलग-अलग जगह गांजा तस्करों का पता चला। फिर उसने अपना गिरोह बनाकर पश्चिमी बंगाल से गांजा लाकर दिल्ली में सप्लाई करना शुरू कर दिया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ पालम थाने में एनडीपीएस अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।

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ऑनलाइन डिमांड पर बेचते थे गांजा

गिरोह ऑनलाइन डिमांड पर गांजे की सप्लाई करते थे। इसके लिए आरोपितों ने व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा था। यहां पर ही गांजे की डिमांड की जाती थी। आरोपित 100 से लेकर 500 रुपये तक में एक पुड़िया बेचते हैं।

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