आबकारी नीति मामले को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा नेताओं में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप पर कह रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को ईडी के समन पर पूछताछ के लिए न जाने को लेकर अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है। इस पर आप ने भाजपा पर पलटवार किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। आबकारी नीति मामले में ईडी के समन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नहीं पहुंचने को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा में जुबानी जंग तेज हो गई है। दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप पर कह रहे हैं।
ताजा मामले में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज मंगलवार को दिल्ली सीएम पर ईडी के समन का सम्मान न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल अभी तक ईडी के नौ समन पर 18 बहाने बना चुके हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इस पर पलटवार करते हुए भाजपा पर ईडी के जरिए केजरीवाल को साजिश के तहत फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
समन से भाग रहे दिल्ली सीएम- BJP
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को ईडी के समन पर पूछताछ के लिए न जाने को लेकर कहा कि कभी समन का सामना करने और जांच कराकर चुनाव में उतरने की चुनौती देने वाले आज समन से भाग रहे हैं।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि पिछले छह माह में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को नौ समन भेजे, लेकिन वह पूछताछ के लिए नहीं गए। वह समन की तकनीकी बात उठाकर बच रहे हैं, लेकिन अदालत ने स्पष्ट किया है कि वह नई आबकारी नीति घोटाला में आरोपित हैं।
केजरीवाल ने समन का समान नहीं कर संविधान का निरादर किया है। जांच एजेंसियों का गठन कोई पार्टी नहीं करती है। संविधान के नियम के अनुसार जांच एजेंसियां बनी और काम करती हैं। जांच में साक्ष्य के आधार पर काम करती हैं।
संबित पात्रा ने कहा कि कातिल कितना भी बचने की कोशिश करे वह कोई न कोई साक्ष्य छोड़ देता है। केजरीवाल ने लोगों के विश्वास, सच्चाई और विकास का कत्ल किया है। दस्तावेज में उसके साक्ष्य मौजूद हैं। इसी के आधार पर उन्हें समन भेजा जा रहे हैं। इसका सम्मान करने की जगह वह नौ समन पर 18 बहाने बना चुके हैं।
झूठ फैला रहे AAP नेता - संबित पात्रा
आम आदमी पार्टी के नेता बीते कल से यह झूठ फैला रहे हैं कि कोर्ट ने समन खारिज कर दिया है। सात फरवरी को अरविंद केजरीवाल ने समन को गैरकानूनी बताकर कोर्ट से इसे वापस कराने की मांग की थी। अदालत ने कहा कि आरोपित के खिलाफ जांच करने के पर्याप्त आधार हैं। ईडी को समन भेजना चाहिए। इसका पालन नहीं करने पर धारा 174 के अनुसार यदि कोई समन का सम्मान नहीं करता है तो उसके खिलाफ कारवाई हो सकती है। केजरीवाल ने कारवाई से बचने के लिए कोर्ट में अपील की जिस पर उन्हें जमानत मिली। कोर्ट ने ईडी को समन भेजने से नहीं रोका है।
पात्रा ने कहा कि केजरीवाल ने कोर्ट के निर्णय पर पुनर्विचार की याचिका डाली, लेकिन कोर्ट ने ईडी की कार्रवाई पर नहीं लगाया। आइपीसी की धारा 174 की कार्रवाई में गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्हें जमानत मिली है। वह 15 हजार के मुचलके पर बाहर हैं। लेकिन आप नेता इसे लेकर झूठ फैला रहे हैं। जमानत मिलने का मतलब यह नहीं कि भ्रष्टचार के आरोप समाप्त हो गया।भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कुछ तो उन्होंने गड़बड़ किया है जिससे जमानत लेने की नौबत आ गई। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और राबर्ट वाड्रा, चिदंबरम की तरह केजरीवाल भी मुचलके पर बाहर हैं। जमानत को राहत की तरह प्रस्तुत नहीं करें। दिल्ली जल बोर्ड में घोर भ्रष्टचार हुआ है। इस मामले में एफआईआर हुई है। ईडी ने केजरीवाल को समन भेजा है, जिसका वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने भ्रष्टचार किया है तो कार्रवाई भी होगी।
भाजपा साजिशन उछाल रही यह मामला- AAP
भाजपा के आरोप पर आप के तीन नेताओं आतिशी, सौरभ भारद्वाज और गोपाल राय ने प्रेसवार्ता कर कहा कि कल से आबकारी मामले में ईडी और सीबीआई द्वारा एक या शगूफा छेड़ा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल घोटाले में शामिल थे। 100 करोड़ की बात की जा रही है जो एक साजिश है।उन्होंने कहा कि भाजपा को वह बताना चाहते हैं कि कोर्ट इस मामले में कह चुकी है कि इसके कोई सुबूत नही हैं। उसके बाद भी भाजपा के इशारे पर इसे जानबूझ साजिशन उछाल रही है कि जिससे केजरीवाल की छवि खराब की जा सके। केजरीवाल पर साजिश में शामिल होने का यह आरोप तो भाजपा के इशारे पर ईडी पहले से लगा रही है, उसी पर अभी तक ईडी ने नौ समन भेजे हैं।
उन्होंने कहा कि अब फिर से नए सिरे से केजरीवाल पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाना एक बड़ी साजिश है, मगर जनता इसे धीरे धीरे समझ रही है जिस दिन यह जनता की समझ में पूरी तरह से आ जायेगा तो भाजपा का 400 पार करने का नारा 40 पार पर ही रह जाएगा। ईडी चुनाव के दौरान दिल्ली सीएम को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है।
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