दिल्ली में प्रदूषण पर सियासत, यमुना नदी में गाढ़ा जहरीला झाग पर आमने-सामने सत्येन्द्र जैन और सचदेवा
Delhi Pollution News राष्ट्रीय राजधानी में नदी में प्रदूषण का स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। आज शनिवार को उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर से सटे कालिंदी कुंज के पास यमुना नदी में गाढ़ा जहरीला झाग तैरता हुआ दिखाई दिया। बता दें बीते दिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आप सरकार पर हमला बोला था। जिसका जवाब दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन ने उसका जवाब दिया।
एएनआई, नई दिल्ली। दिल्ली-नोएडा स्थित शनिवार को कालिंदी कुंज में यमुना नदी पर एक बार फिर गाढ़ा, जहरीला झाग तैरता देखा गया क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में नदी में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से उच्च बना हुआ है।
हालांकि, सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में एक दिन पहले की तुलना में थोड़ा सुधार दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 237 पर था। जो अभी भी 'खराब' में है।
शुक्रवार को AQI 283 हुआ दर्ज
इससे पहले आज यमुना नदी में जल प्रदूषण के खिलाफ भाजपा के विरोध प्रदर्शन के जवाब में, आम आदमी पार्टी (आप) नेता सत्येन्द्र जैन ने कहा कि नदी को प्रदूषित करने वाला औद्योगिक कचरा दिल्ली से नहीं आता है, क्योंकि "कोई जल-प्रदूषणकारी उद्योग" नहीं हैं।मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिलने के बाद इस महीने जेल से रिहा हुए जैन ने इस बात पर जोर दिया कि यमुना नदी में कचरा पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से हरियाणा और उत्तर प्रदेश से आता है।
दिल्ली में कोई जल-प्रदूषणकारी उद्योग नहीं-सत्येन्द्र जैन
सत्येन्द्र जैन बोले कि यमुना में बहने वाला औद्योगिक कचरा दिल्ली में नहीं निकलता है, क्योंकि दिल्ली में कोई जल-प्रदूषणकारी उद्योग नहीं हैं। यह कचरा गुड़गांव की ओर से आते हुए बादशाहपुर नाले से नजफगढ़ नाले में बहता है। सोनीपत में, औद्योगिक नरेला की ओर से कचरा यमुना में बहता है, शाहदरा नाले में औद्योगिक कचरा उत्तर प्रदेश से आता है।जैन ने आगे कहा कि यह भी बताया कि कालिंदी कुंज के पास यूपी जल निगम द्वारा प्रबंधित एक बैराज है, जिसमें 12 गेट हैं। जैन ने कहा
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।24 अक्टूबर को दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने यमुना नदी में डुबकी लगाकर आप के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नदी और शहर में बढ़ते प्रदूषण की आलोचना की। एएनआई से बात करते हुए, सचदेवा ने कहा था"अगर ये सभी गेट खोले जाते तो झाग जमा नहीं होता, लेकिन वे आमतौर पर केवल 2-3 गेट ही खोलते हैं।"
सचदेवा ने आगे कहा कि हमने एक लाल कालीन की व्यवस्था की है क्योंकि जो लोग 'शीश महल' में रहते थे वे लाल कालीन के आदी हैं। हमने दो कुर्सियों की व्यवस्था की है क्योंकि इस परंपरा की शुरुआत खुद आतिशी ने की थी, इसलिए अगर वह आती हैं तो उन्हें इसकी आवश्यकता होगी। दो कुर्सियां और अगर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) आते हैं, तो हमें खुशी होगी। हालांकि वह जमानत पर हैं, वह दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। अगर वे आते हैं तो हम कुछ और समय तक इंतजार करेंगे।22 अक्टूबर को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना (VK Saxena) ने एक्स पर जहरीले झाग की तस्वीरें साझा कीं और अधिकारियों से बहाने बनाने के बजाय निवासियों के लिए राहत को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। यह भी पढ़ें: 'दिल्ली के लिए अगले 15 दिन बेहद अहम', बढ़ते प्रदूषण को लेकर गोपाल राय ने चेताया"हमने 'शाही' लोगों के लिए एक लाल कालीन बिछाया है। हमने दो कुर्सियों की भी व्यवस्था की है, क्योंकि इस परंपरा की शुरुआत खुद आतिशी ने की थी।"