देश में खुल सकता है पहला अंडर ग्राउंड म्यूजियम, दिल्ली में हुमायूं के मकबरे में बना है संग्रहालय
Delhi Humayun Tomb हुमायूं के मकबरे स्थल पर भूमिगत संग्रहालय को खोले जाने की संभावना है। इसका उद्घाटन यहां डब्ल्यूएचसी के आगामी सत्र के दौरान किसी समय किया जा सकता है। भारत 21-31 जुलाई तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में डब्ल्यूएचसी के 46वें सत्र की मेजबानी करेगा। यहीं बैठक में इसका फैसला लिया जा सकता है। जामुद्दीन क्षेत्र में 16वीं शताब्दी का यह मकबरा है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में प्रतिष्ठित हुमायूं के मकबरे पर बने "देश के पहले" भूमिगत संग्रहालय का उद्घाटन होने की संभावना है। राष्ट्रीय राजधानी में विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) की आगामी बैठक के दौरान उद्घाटन का कार्यक्रम तय करने का प्रयास किया जा रहा है।
भारत 21-31 जुलाई तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में डब्ल्यूएचसी के 46वें सत्र की मेजबानी करेगा।डब्ल्यूएचसी की बैठक के संयोजन में विश्व धरोहर स्थल प्रबंधक फोरम का छठा संस्करण 18-25 जुलाई तक यहां आयोजित किया जाएगा।
पहली बार भारत रहा मेजबानी
दिल्ली में इस मामले से परिचित लोगों ने कहा कि कम से कम तीन दिनों के लिए, दुनिया भर के सांस्कृतिक, प्राकृतिक और मिश्रित विश्व धरोहर संपत्तियों के साइट प्रबंधक फोरम में भाग लेने के लिए हुमायूं के मकबरे के स्थल पर एकत्र होंगे। यह पहली बार है कि भारत डब्ल्यूएचसी के सत्र की मेजबानी कर रहा है।6वीं शताब्दी का यह मकबरा
संस्कृति मंत्रालय और एएसआई यहां इसके 46वें सत्र की मेजबानी के लिए नोडल एजेंसियां हैं। दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन क्षेत्र में 16वीं शताब्दी का यह मकबरा है, जिसे साइट प्रबंधकों के मंच के लिए चुना गया है। यह अपने वास्तुशिल्प वैभव और शानदार लान के लिए जाना जाता है। इसका जीर्णोद्धार भी सामुदायिक भागीदारी का एक नमूना है।
यह दिल्ली के तीन विश्व धरोहर स्थलों में से एक है, अन्य दो लाल किला और कुतुब मीनार हैं, ये तीनों भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीन हैं।
डब्ल्यूएचसी के आगामी सत्र में हो सकता है उद्घाटन
सूत्रों के अनुसार, प्रतिष्ठित हुमायूं के मकबरे स्थल पर भूमिगत संग्रहालय को खोले जाने की संभावना है। इसका उद्घाटन यहां डब्ल्यूएचसी के आगामी सत्र के दौरान किसी समय किया जा सकता है।
संग्रहालय के निर्माण का काम अप्रैल 2015 में शुरू हुआ। संग्रहालय पिछली सात शताब्दियों में निज़ामुद्दीन क्षेत्र की विरासत को प्रदर्शित करेगा। आगा खान ट्रस्ट फार कल्चर (एकेटीसी) शहरी नवीनीकरण पहल के हिस्से के रूप में एएसआइ की ओर से संग्रहालय का निर्माण कर रहा है।
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