कौन है 2000 करोड़ ठगने वाला बिल्डर, शिकायत करने पर देता था हाथ-पैर काटने की धमकी
प्रीमिया ग्रुप ने नोएडा के सेक्टर-62 में कॉमर्शियल स्कीम लांच की और मोटे रिटर्न का लालच देकर 300 से अधिक निवेशकों को अपने जाल में फंसा लिया था।
नोएडा (जेएनएन)। प्रीमिया बिल्डर ग्रुप ने निवेशकों को रिटर्न का लालच देकर दो हजार करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। मुख्य आरोपित प्रीमिया ग्रुप का एमडी तरुण शीन ही करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मास्टर माइंड है।
मामूली आदमी से अरबपति बने तरुण शीन की तलाश तेज कर दी गई है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि इस धोखाधड़ी में 300 से अधिक निवेशक सिर्फ नोएडा सेक्टर 62 के प्रोजेक्ट में शिकार हुए हैं। आरोपितों की संख्या एक दर्जन तक पहुंचने की उम्मीद है।
बता दें कि क्राइम ब्रांच और थाना सेक्टर-20 पुलिस ने प्रीमिया ग्रुप के निदेशक अमित सोमाल को सोमवार रात गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। कुछ दिन पहले ही मामले की जांच एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने क्राइम ब्रांच को सौंपी थी। अभी तक की जांच में पता चला है कि तरुण शीन, एक मामूली आदमी से अरबपति बनने में सैकड़ों लोगों को चूना लगा चुका है। उसने धोखाधड़ी की पटकथा अमेरिका में रह रही अपनी पत्नी और तिहाड़ जेल में बंद ससुर चरणजीत सिंह दानी के साथ मिलकर लिखी थी।
ऑफिस में काम करने वाली युवती से की दूसरी शादी
तरुण शीन ने ऑफिस में काम करने वाली लक्ष्मी राजपूत से दूसरी शादी की थी। 2006 में सेक्टर 62 में नोएडा प्राधिकरण ने बीएमएस आइटी इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड को 33 हजार वर्ग मीटर जमीन संस्थागत उपयोग के लिये आवंटित की थी, लेकिन कंपनी किस्त नहीं दे पाई। इसके बाद प्रीमिया ग्रुप ने इस पर कॉर्मिशयल स्कीम लांच कर दी और रिटर्न देने का लालच देकर 300 से अधिक निवेशकों को अपने जाल में फंसा लिया। परियोजना पर कोई काम न होने पर निवेशकों ने थाना सेक्टर-20 में तीन एफआइआर दर्ज कराई है।
शिकायत करने पर देता था हाथ-पैर काटने की धमकी
धोखाधड़ी के शिकार निवेशकों ने क्राइम ब्रांच और थाना सेक्टर-20 पुलिस को अपना बयान भी दर्ज कराया है। निवेशकों का कहना है कि एमडी तरुण शीन और अमित सोमाल सहित अन्य आरोपित शिकायत करने पर हाथ-पैर काटने की धमकी देते थे। ये कई निवेशकों के साथ मारपीट भी कर चुके हैं। न्यायिक हिरासत में भेजा गया अमित सोमाल 13 कंपनियों में निदेशक है। जबकि तरुण शीन 13 से अधिक कंपनियों का प्रबंध निदेशक है।
नोएडा के एसपी क्राइम अशोक कुमार ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही प्रीमिया ग्रुप की जांच क्राइम ब्रांच को मिली है। इसमें एक दर्जन से अधिक लोगों के शामिल होने की आशंका है। ग्रुप ने दो हजार करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की है। सभी आरोपितों के मोबाइल बंद है। आरोपितों के बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही अन्य फरार आरोपितों की भी गिरफ्तारी की जायेगी।