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Good and Service Tax: जीएसटी के वर्तमान स्वरूप के खिलाफ आंदोलन की तैयारी: प्रवीन खंडेलवाल

देश के व्यापारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनके विभिन्न दूरदर्शी कार्यक्रम के लिए बहुत सम्मान करते हैं लेकिन यह खेदजनक है कि केंद्र सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन व्यापारियों के लिए एक बड़ा दर्द बन गया है।

By JP YadavEdited By: Updated: Mon, 18 Jan 2021 10:00 AM (IST)
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विशेष रूप से जीएसटी की वर्तमान जटिल स्थिति है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के वर्तमान स्वरूप के विरोध में आंदोलन की तैयारी की है। इस बारे में कैट के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि आठ से 10 फरवरी तक नागपुर में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में आंदोलन के भविष्य का रूप तय किया जाएगा। देश भर के लगभग 200 प्रमुख व्यापारी नेता सम्मेलन में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि देश के व्यापारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनके विभिन्न दूरदर्शी कार्यक्रम के लिए बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन यह खेदजनक है कि केंद्र सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों का क्रियान्वयन व्यापारियों के लिए एक बड़ा दर्द बन गया है, जिसमें विशेष रूप से जीएसटी की वर्तमान जटिल स्थिति है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में जीएसटी लागू करने के समय कई बड़ी बातें कही गई थीं, लेकिन अच्छे व सरल कर प्रणाली के स्थान पर यह एक अप्रिय और जटिल कराधान प्रणाली बन गई है, जिससे व्यापारियों की ओर से जीएसटी का समय पर पालन नहीं हो पा रहा है। 

प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि जीएसटी के अलावा कैट के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में ई-कामर्स व्यापार और प्रस्तावित ई-कामर्स नीति, महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने, मुद्रा योजना का मूल्यांकन, व्यापारियों के लिए वित्त की आसान उपलब्धता, 28 प्रकार के लाइसेंसों के स्थान पर एक लाइसेंस, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में व्यापारियों की भूमिका, खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत अधिकारियों को दी गई मनमानी शक्तियां, 'लोकल पर वोकल' एवं आत्मनिर्भर भारत का जमीनी स्तर पर सफल क्रियान्वयन समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

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