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Durga Puja 2022: दिल्ली में दो वर्ष बाद भव्य रूप से सज रहे दुर्गा पूजा पंडाल, कलकत्ता और राजस्थान से आए कलाकर

Durga Puja 2022 राजधानी में दुर्गा पूजा की समितियों में से एक 109 वर्ष पुरानी तिमारपुर-सिविल लाइंस पूजा समिति तिमारपुर के सरकारी आवासीय के पास आर्या समाज मंदिर के दुर्गा पूजा ग्राउंड में इस बार 18 फुट की मूर्ति स्थापित करेगी।

By Pradeep Kumar ChauhanEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 03:30 AM (IST)
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Durga Puja 2022: पूजा समितियों ने बांस से पंडाल का ढांचा तैयार कर लिया गया है।
नई दिल्ली [आशीष सिंह]। कोरोना महामारी के दो वर्ष बाद दुर्गा पूजा को लेकर पूजा समितियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। समितियों ने इसे लेकर तैयारियां तेज कर दी हैं। पूजा के लिए जगह-जगह पंडाल बनने शुरू हो गए हैं। लोगों के उत्साह को बढ़ाने के लिए अलग-अलग पूजा समितियां एक बार फिर एक से बढ़कर एक दुर्गा प्रतिमाएं व पूजा पंडाल के बनाने में तेजी से जुट गई हैं।

कहीं, बंगाल तो कहीं पर राजस्थान के कारीगर प्रतिमाओं और पंडालों को भव्य व आकर्षक रूप दे रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते दुर्गा पंडालों की खोई रौनक इस वर्ष वापस लौटती दिखेगी। इस वर्ष बंगाली व्यंजनों से सजे फूड स्टाल व सामानों की बिक्री भी होगी। राजधानी में दुर्गा पूजा की समितियों में से एक 109 वर्ष पुरानी तिमारपुर-सिविल लाइंस पूजा समिति तिमारपुर के सरकारी आवासीय के पास आर्या समाज मंदिर के दुर्गा पूजा ग्राउंड में इस बार 18 फुट की मूर्ति स्थापित करेगी।

जिसमें कलकत्ता से आए मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को सम्मानित किया जाएगा। समिति के सलाहकार सुखांग्शु चटर्जी ने बताया कि दो वर्ष से छोटे स्तर पर पूजा आयोजित की जा रही थी। आर्डर दे दिया है। इस बार कठपुतली से लेकर खान-पान के स्टाल लगाए जाएंगे। दीन दयाल उपाध्याय मार्ग में मिंटो रोड काली मंदिर में पंडाल बनाना शुरू हो गया है। यहां बांस से पंडाल का ढांचा तैयार कर लिया गया है।

बाकि का कार्य यहां तेजी से किया जा रहा है। 83 वर्ष पुरानी मिंटो रोड पूजा समिति के पुजारी पीएल भट्टाचार्य ने बताया कि कलकत्ता से कलाकार आए हैं, जो विभिन्न सांस्कृति कार्यक्रम आयोजित करेंगे।इस तरह 34 वर्ष पुरानी आराम बाग पूजा समिति इस बार सुंदरवन मेें बाघ के हमले से चोटिल हुए 10 परिवारों के सदस्यों को आर्थिक रूप से मदद करेगा।

यहां वनदेवी की पूजा करने वाले श्रद्धालुओं को विशेष रूप से बुलाया गया है। समिति के चेयरमैन अभिजीत भोस ने बताया कि मटिया महल के रानी झांसी कांप्लेक्स में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। समिति के वाइस चेयरमैन शंकर चक्रवर्ती ने बताया कि इस बार पंडाल के बाहर भव्य रूप से तोरणद्वार बनाए जाएंगे।

कृत्रिम तालाबों में होगा विसर्जनप्रदूषण को देखते हुए पूजा समितियों ने कृत्रिम तालाब में मूर्ति विसर्जन का निर्णय लिया है। मिंटो रोड पूजा समिति ने बताया कि पंडाल के पीछे ही मूर्ति विसर्जन किया जाएगा। ऐसे ही तिमारपुर-सिविल लाइंस पूजा समिति ने भी निर्णय लिया है।

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