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राष्ट्रपति ने मंजूर किया मंत्री राज कुमार आनंद का इस्तीफा, भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर AAP छोड़ बसपा में हुए शामिल

राज कुमार आनंद का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर 31 मई को आनंद के इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए। राजुकमार आनंद ने 10 अप्रैल को अपना इस्तीफा दिया। चूंकि सीएम केजरीवाल जेल में थे ऐसे में उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ था। केजरीवाल ने जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद इस पर हस्ताक्षर कर दिया।

By Jagran News Edited By: Geetarjun Updated: Tue, 11 Jun 2024 11:18 PM (IST)
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राष्ट्रपति ने मंजूर किया मंत्री राज कुमार आनंद का इस्तीफा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राज कुमार आनंद का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर 31 मई को आनंद के इस्तीफे पर हस्ताक्षर किए। राजुकमार आनंद ने 10 अप्रैल को अपना इस्तीफा दिया था।

चूंकि सीएम केजरीवाल जेल में थे, ऐसे में उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ था। केजरीवाल ने जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद इस पर हस्ताक्षर कर दिया। 3 जून को एलजी ने उनका इस्तीफा राष्ट्रपति को भेज दिया था।

दिल्ली सरकार में मंत्री राजकुमार आनंद ने अपने पद से इस्तीफा देते समय आम आदमी पार्टी पर भ्रष्टाचार का आरोप भी लगाया था। उन्होंने कहा था कि पार्टी भ्रष्टाचार में डूब गई है अब मैं इस पार्टी में नहीं रह सकता। बता दें कि वह  दिल्ली सरकार में समाज कल्याण मंत्री थे। राजकुमार आनंद के घर ईडी ने छापेमारी की थी। पार्टी ने तब कहा था कि वह ईडी की रेड से डरकर पार्टी छोड़ी है।

बसपा से लड़ा था चुनाव

नई दिल्ली लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर राजकुमार आनंद चुनावी मैदान में थे। इस सीट पर बीजेपी की बांसुरी स्वराज और आप के सोमनाथ भारती भी एक दूसरे को टक्कर दे रहे थे। राज कुमार आनंद तीसरे नंबर पर रहे थे।

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