कर्नाटक में राजनीतिक खींचतान के बीच प्रियांक खरगे का बड़ा बयान, कहा - मुख्यमंत्री पद के लिए मैं तैयार हूं
कर्नाटक के आईटी मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने कहा है कि अगर पार्टी आलाकमान उनसे कहेगा तो वह राज्य में मुख्यमंत्री पद लेने के लिए हां कर देंगे। पत्रकारों से बात करते हुए प्रियांक खरगे ने कहा दिल्ली में बैठक का हिस्सा रहे चार नेताओं के अलावा किसी और की बात मायने नहीं रखती।
By Jagran NewsEdited By: Siddharth ChaurasiyaUpdated: Fri, 03 Nov 2023 03:32 PM (IST)
एएनआई, नई दिल्ली। कर्नाटक के आईटी मंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे प्रियांक खरगे ने कहा है कि अगर पार्टी आलाकमान उनसे कहेगा तो वह राज्य में मुख्यमंत्री पद लेने के लिए 'हां' कर देंगे। पत्रकारों से बात करते हुए प्रियांक खरगे ने कहा, "दिल्ली में बैठक का हिस्सा रहे चार नेताओं के अलावा किसी और की बात मायने नहीं रखती।"
उन्होंने कहा, "राज्य में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी के लिए पार्टी हाईकमान को बोलना चाहिए। अगर हाईकमान मुझसे मुख्यमंत्री बनने के लिए कहेगा तो मैं जरूर 'हां' कर दूंगा।" इससे पहले सोमवार को खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा था। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया था कि "हताश भाजपा नेताओं" के एक वर्ग ने राज्य में कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 1,000 करोड़ रुपये की मांग की है।
यह भी पढ़ें: 'Supreme Court को 'तारीख पर तारीख कोर्ट' न बनाए', CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने बार के सदस्यों से किया खास आग्रहKarnataka Minister and Congress MLA, Priyank Kharge says, "Except the four leaders who were part of the meeting in Delhi, nobody else's words hold significance. High Command should speak. If High Command asks me to become CM, I will say yes." pic.twitter.com/YMBf19Prz8
— ANI (@ANI) November 3, 2023
खरगे की यह टिप्पणी मांड्या के कांग्रेस विधायक रविकुमार गनीगा के उस आरोप के बाद आई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि भाजपा की एक टीम ने कांग्रेस के चार विधायकों से संपर्क किया था और उन्हें भाजपा में शामिल होने पर प्रत्येक को 50 करोड़ रुपये नकद और मंत्री पद की पेशकश की थी। इस बीच, कर्नाटक के वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गुरुवार को कहा कि वह पूरे पांच साल तक पद संभालेंगे।
यह स्पष्टीकरण सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक वर्ग के भीतर इस सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद 'नेतृत्व परिवर्तन' की अटकलों के मद्देनजर आया है। यह स्पष्ट करने के लिए पूछे जाने पर कि क्या वह पूरे पांच साल तक सरकार का नेतृत्व करेंगे, उन्होंने कहा, "पांच साल तक हमारी सरकार रहेगी...मैं मुख्यमंत्री हूं, मैं बना रहूंगा।"
कांग्रेस द्वारा भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के बाद इस साल 20 मई को सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
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