करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाला प्रॉपर्टी डीलर दबोचा, पूछताछ में उगले कई बड़े राज; कोर्ट ने किया भगोड़ा घोषित
Delhi Crime News दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक प्रॉपर्टी डीलर को गिरफ्तार किया है जिस पर धोखाधड़ी और जालसाजी के चार मामलों में कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर रखा था। आरोपित पर 25 से अधिक लोगों से 5.5 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है। आरोपित जाली दस्तावेज तैयार कर एक ही संपत्ति को कई लोगों को बेचता था।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में करोड़ों की ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ठगी करने वाला कौन?
जाली दस्तावेज तैयार कर एक ही संपत्ति कई लोगों को बेचने के मामले में क्राइम ब्रांच ने एक प्रॉपर्टी डीलर को गिरफ्तार कर लिया है। धोखाधड़ी और जालसाजी के चार मामलों में काेर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। वह धोखाधड़ी और जालसाजी के पहले के सात मामलों में शामिल रहा है। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। आरोपित पर 25 से अधिक लोगों से 5.5 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है।
आइएमईआइ नंबरों की जांच की गई
डीसीपी संजय कुमार सेन के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम किशन उर्फ अनूप कुमार है। एसीपी पवन कुमार व इंस्पेक्टर अरविंद कुमार की टीम ने आरोपित के बारे में पता लगाने के लिए 30 मोबाइल, 10 मोबाइल नंबरों की आइपीडीआर और विभिन्न आइएमईआइ नंबरों की जांच की।
वाट्सएप कॉल का कर रहा था उपयोग
इसके अलावा उसके गांव वालीपुर, एटा, यूपी और दिल्ली से उसके बारे में जानकारी विकसित करने के बाद उसे सफलता मिली। वह राज्य भर में बार-बार अपना स्थान बदल रहा था और वह खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसी के रडार से बचाने के लिए विभिन्न वाई-फाई नेटवर्क का उपयोग करके वाट्एएप कॉल का उपयोग कर रहा था। काफी प्रयास के बाद उसे आगरा से किशन को दबोच लिया।
साहिबाबाद में करने लगा था मजदूरी
बताया गया कि 2002 में गाजियाबाद के साहिबाबाद आकर पहले वह मजदूरी करने लगा था। बाद में उसने बुराड़ी, भलस्वा डेरी, नरेला, स्वरूप नगर और मुकुंदपुर में प्रापर्टी डीलर के रूप में काम करना शुरू कर दिया और कमीशन के आधार पर पैसा कमाता था।
जाली दस्तावेजों के जरिए की करोड़ों की ठगी
इसके बाद में उसने जाली दस्तावेज तैयार करके एक संपत्ति को अलग-अलग व्यक्तियों को बेचकर निर्दोष लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया, जिसके कारण उसके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों भलस्वा डेरी, बुराड़ी, नरेला आदि में कई शिकायतें दर्ज की गईं।
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वहीं, 2020 में वह दिल्ली छोड़ हाथरस चला गया था। वर्तमान में एक साल से वह आगरा में एक कॉलेज में चपरासी के रूप में काम कर रहा था। इस मामले में अभी कई बड़े राज खुल सकते हैं।
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