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Delhi: खालिस्तान समर्थकों को संरक्षण देने पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विरूद्ध प्रदर्शन

भारत विरोधी खालिस्तानी समर्थकों को संरक्षण देने के आरोप में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का विरोध अब राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर भी होने लगा है। जंतर-मंतर पर रविवार को यूनाईटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री पर लंबे समय से अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए खालिस्तानी समर्थकों को समर्थन व संरक्षण देने का आरोप लगाया है।

By Jagran NewsEdited By: GeetarjunPublished: Mon, 25 Sep 2023 01:17 AM (IST)Updated: Mon, 25 Sep 2023 01:17 AM (IST)
विरोध-प्रदर्शन करते (मध्य में) राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय भगवान गोयल व यूनाईटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ता।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारत विरोधी खालिस्तानी समर्थकों को संरक्षण देने के आरोप में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का विरोध अब राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर भी होने लगा है। जंतर-मंतर पर रविवार को यूनाईटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कनाडा के प्रधानमंत्री पर लंबे समय से अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए खालिस्तानी समर्थकों को समर्थन व संरक्षण देने का आरोप लगाया है।

विरोध प्रदर्शन में ट्रूडो के विरूद्ध नारेबाजी की गई। साथ ही ट्रूडो होश में आओ, खालिस्तानी समर्थकों को भारत को सौंपों जैसी मांगें की गई। ट्रूडो के साथ प्रदर्शनकारी अलगाववादी संगठन सिख फार जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत पन्नू का फोटो लिए हुए हैं जिसे वे आग के हवाले करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें रोक दिया।

कनाडा में बना दें खालिस्तान

हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने कहा कि अगर कनाडा के प्रधानमंत्री को भारत विरोधी खालिस्तानियों से इतना ही प्रेम है तो वो कनाडा के एक हिस्से को तोड़कर, नया खालिस्तान देश क्यों नहीं बना देते हैं? हम सबसे पहले उसे मान्यता दे देंगे।

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इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह अपने रूख में बदलाव नहीं लाते हैं तो कनाडा के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे भारतीय बच्चों को वापस बुला लेंगे व आगे से कनाडा में अपने बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए किसी दूसरे देश में भेजेंगे।

प्रदर्शन के बाद इस संबंध में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो व भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व विदेशी मंत्री एस जयशंकर को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा गया।


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