Delhi Farmers Protest : प्रदर्शनकारी किसानों के मुफ्त में धुल रहे कपड़े, नहाने को मिल रहा गर्म पानी
किसानों को पता चल गया है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस तो लेने वाली है नहीं फिर यहां पर बैठकर क्या फायदा। इसलिए काफी संख्या में किसान सिंघु बॉर्डर से वापस हरियाणा व पंजाब लौटने लगे हैं।
By Mangal YadavEdited By: Updated: Sun, 13 Dec 2020 11:58 AM (IST)
बाहरी दिल्ली [सोनू राणा]। कृषि कानूनों की सही व पूरी जानकारी न होने की वजह से सिंघु बॉर्डर पर दो सप्ताह से किसान डटे हुए हैं। इन किसानों का यहां पर कई सुविधाएं मुफ्त में मिल रही हैं। प्रदर्शनकारियों को लगातार धरने पर बैठाए रखने के लिए पहले खाने-पानी की सुविधा दी गई थी। उनको धरना स्थल पर ही चाय, जूस, पानी आदि उपलब्ध करा दिया जाता था, लेकिन अब तो सिंघु बॉर्डर पर उनके कपड़े भी मुफ्त में धोए जा रहे हैं। साथ ही नहाने के लिए गर्म पानी भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। कपड़े धोने वाले लोगों का कहना है कि वह हर रोज करीब 2000 लोगों के कपड़े मुफ्त में धोते हैं। इसके लिए वह बाकायदा वॉशिंग मशीन और वाशिंग पाउडर लाए हैं।
दरअसल, किसानों को पता चल गया है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस तो लेने वाली है नहीं, फिर यहां पर बैठकर क्या फायदा। इसलिए काफी संख्या में किसान सिंघु बॉर्डर से वापस हरियाणा व पंजाब लौटने लगे हैं। जब वापस लौट रहे किसानों से पूछा गया कि वह क्यों घर जा रहे हैं, तो उनका कहना था कि उनके कपड़े गंदे हो चुके हैं। नहाने के लिए भी गर्म पानी नहीं है। वह दूसरे कपड़े लेकर फिर से सिंघु बॉर्डर आएंगे। बस फिर क्या था किसानों को धरने पर बैठाए रखने के लिए वॉशिंग मशीन व गीजर का भी प्रबंध कर दिया गया। इसके लिए पानी के टैंकर भी लाकर खड़े कर दिए गए हैं।
काफी संख्या में किसान लौट चुके हैं अपने घर सिंघु बॉर्डर से काफी संख्या में किसान वापस अपने घर लौट चुके हैं। वे 28 व 29 नवंबर तक तो सिंघु बॉर्डर पर डटे थे, लेकिन अब वह वापस अपने गांव जाकर गेहूं की बुआई व ¨सचाई करने में जुट गए हैं। हालांकि इस बारे में सटीक आंकड़े तो अभी नहीं मिल पाए हैं कि कितने लोग वापस लौटे हैं, लेकिन इतना जरूर है कि किसानों के घर लौटने का सिलसिला अभी भी जारी है।
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