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World Diabetes Day 2024: 'डायबिटीज से डरना नहीं', उत्तर और पूर्वी भारत में चला जन जागरूकता अभियान

Diabetes Awareness मधुमेह एक गंभीर बीमारी है लेकिन इसके बारे में जागरूकता की कमी के कारण लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए विश्व मधुमेह फाउंडेशन और पहल फाउंडेशन ने मिलकर उत्तर और पूर्वी भारत के 12 शहरों में मधुमेह से डरना नहीं नाम से एक जन जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के तहत हजारों लोगों को मधुमेह के बारे में जानकारी दी गई।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Thu, 14 Nov 2024 08:04 PM (IST)
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'डायबिटीज से डरना नहीं', वर्ल्ड डायबिटीज और पहल फाउंडेशन ने किया जागरूक।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।Diabetes Awareness Campaign: मधुमेह एक साइलेंट किलर है। भारत में लाखों लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और इससे भी अधिक संख्या में लोग प्री-डायबिटिक स्टेज में हैं। फिर भी शुरुआती लक्षणों के बावजूद इसे अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।

केवल जब जटिलताएं इतनी बड़ी हो जाती हैं कि उन्हें दबाया नहीं जा सकता या टाला नहीं जा सकता, तभी लोग उपचार के लिए जाते हैं। इसके अलावा अनियमित जीवनशैली के साथ-साथ गलत खान-पान, काम का दबाव आदि भी समस्याओं को बढ़ा देते हैं।

मधुमेह के बारे में आम जनता को किया जाए जागरूक

इसलिए हम सभी को मधुमेह के बारे में अधिक सावधान रहने के लिए अतिरिक्त 'मानसिक प्रोत्साहन' की आवश्यकता है। समय की मांग है कि मधुमेह के बारे में आम जनता के बीच एक मजबूत जागरूकता पैदा की जाए। मधुमेह का जल्दी पता कैसे लगाया जाए, एहतियाती उपाय क्या हैं आदि।

इस बेहद महत्वपूर्ण कार्य को ध्यान में रखते हुए विश्व मधुमेह फाउंडेशन (World Diabetes Foundation) और पहल फाउंडेशन (Pehel Foundation) ने उत्तर और पूर्वी भारत के 12 शहरों में 'मधुमेह से डरना नहीं' नाम से एक जन जागरूकता अभियान शुरू करने के लिए हाथ मिलाया। जिसमें हजारों लोगों को इस संबंध में जानकारी दी गई। मधुमेह संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए प्रभावी सलाह दी गई।

पहल फाउंडेशन भारत में गैर-लाभकारी संगठन

डब्ल्यूडीएफ मधुमेह की रोकथाम और देखभाल परियोजनाओं के लिए विश्व की अग्रणी गैर-लाभकारी संस्था है। खासकर विकासशील देशों में। पहल फाउंडेशन भारत में एक प्रशंसित गैर-लाभकारी संगठन है, जो देशभर में मानव जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है।

इन शहरों में किया गया 'मधुमेह से डरना नहीं' कार्यक्रम

  • मेरठ
  • आगरा
  • वाराणसी
  • प्रयागराज
  • गोरखपुर
  • बरेली
  • मथुरा
  • अयोध्या 
  • देहरादून 
  • पटना 
  • भागलपुर

संपूर्ण गतिविधि 2 चरणों में आयोजित की गई। पहले चरण में, वाणिज्यिक बाजारों, कार्यालय क्षेत्रों, हाउसिंग सोसाइटियों और सामुदायिक केंद्रों में एक विशेष जन जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसके तहत नागरिकों को मधुमेह की रोकथाम और देखभाल पर जागरूकता युक्तियां दी गईं।

साथ ही लोगों को बाद की तारीख में एक विशेषज्ञ सत्र के लिए आमंत्रित किया गया। दूसरे चरण की गतिविधि में 12 शहरों में एक विशेष ज्ञान सत्र शामिल था। जहां शीर्ष डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दर्शकों के साथ बातचीत की और मधुमेह के खतरे को रोकने की लड़ाई में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि साझा की।

विशेषज्ञ पैनलिस्टों और आम जनता दोनों की समग्र प्रतिक्रिया जबरदस्त थी। इसे स्थानीय समाचार पत्रों के संस्करणों में व्यापक रूप से रिपोर्ट किया गया, जिससे लाखों भारतीयों तक संदेश फैल गया।

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