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कई राज्यों में वीआइपी सुविधा पा चुका है पुलकित, नृत्य सिखाने के नाम वसूलता था मोटी रकम

अपराध शाखा यह जांच कर रही है कि पुलकित किन-किन राज्यों में फर्जीवाड़ा कर चुका है। उसका वीवीआइपी सुविधा पाने का उद्देश्य अपने अनुयायियों को झांसा देना होता था अथवा इसकी कोई अन्य वजह थी।

By Edited By: Updated: Sat, 29 Sep 2018 07:37 AM (IST)
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कई राज्यों में वीआइपी सुविधा पा चुका है पुलकित, नृत्य सिखाने के नाम वसूलता था मोटी रकम
नई दिल्ली (जेएनएन)। कथक गुरु पुलकित महाराज कई राज्यों में वरिष्ठ अधिकारियों को झांसे में लेकर वीआइपी सुविधा हासिल कर चुका है। पुलकित महाराज खुद को कला एवं संस्कृति मंत्रालय का सचिव सहित राष्ट्रपति से सम्मानित आध्यात्मिक गुरु बताता था। वह फर्जी मेल अथवा लेटर हेड से अपने आगमन की जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को देता था। अपराध शाखा यह जांच कर रही है कि आरोपी किन-किन राज्यों में फर्जीवाड़ा कर चुका है। उसका वीवीआइपी सुविधा पाने का उद्देश्य अपने अनुयायियों को झांसा देना होता था अथवा इसकी कोई अन्य वजह थी।

कथक गुरु के नाम से है मशहूर
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, पुलकित महाराज न केवल भारत में बल्कि विदेश में भी कथक गुरु के नाम से मशहूर है। वह एक सेलिब्रिटी डांसर है। विश्व में उसके हजारों अनुयायी हैं। प्राथमिक जांच में पता चला है पुलकित साहिबाबाद स्थित नृत्य अकादमी में एक साथ 100 शिष्यों को कथक का प्रशिक्षण देता था। वह कई वर्षों से नृत्य का प्रशिक्षण दे रहा था। उसके शिष्यों में जानी-मानी हस्तियों के बच्चे और रिश्तेदार भी शामिल हैं। प्रशिक्षण के लिए उनसे मोटी रकम वसूल की जाती थी।

वीवीआइपी के साथ फोटो दिखा लोगों के बीच जमाता था धौंस
पुलकित महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वीवीआइपी के साथ अपना फोटो खिंचवा रखी है। इन तस्वीरों को वह अपने फेसबुक अकाउंट पर भी डालता था। प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ भी उसकी तस्वीरें हैं। एक फोटो में वह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से पुरस्कार लेता दिख रहा है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो वह लोगों को प्रभावित करने के लिए बड़े नेताओं के साथ तस्वीर खिंचवाने के अलावा वीवीआइपी सुविधा प्राप्त करता था।

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