मूसेवाला हत्याकांड में बड़ा खुलासा: राजस्थान में रची गई थी साजिश, शूटरों ने ली थी हथियार चलाने की ट्रेनिंग
पंजाबी गायब सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने वाले शूटरों को राजस्थान में विदेशी हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी। साथ ही मूसेवाला की हत्या की साजिश भी हरियाणा बॉर्डर से सटे राजस्थान के एक गांव में रची गई थी। हत्या में इस्तेमाल हथियार पाकिस्तान से आए थे। इन हथियारों को पंजाब से राजस्थान लाया गया।
By Dhananjai MishraEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Sat, 19 Aug 2023 06:42 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने वाले शूटरों को राजस्थान में विदेशी हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया गया था। शूटरों को वहीं पर ही मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने की पूरी तैयारी कराई गई।
राजस्थान के गांव में रुके थे शूटर
शूटरों को हरियाणा बार्डर से सटे राजस्थान के गांवों में ठहराया गया। वहां बने फार्महाउस, खेत आदि में स्नाइपर, पिस्टल, राइफल और हैंड ग्रेनेट जैसे हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटरों को सबसे पहले गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में पता चला कि राजस्थान के गैंगस्टरों ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटरों को न केवल प्रशिक्षण दिया था, बल्कि उन्हें हत्या से पहले और बाद में छिपने के लिए शरण भी दिया था। राजस्थान में जिन जगहों पर शूटरों को प्रशिक्षण दिया गया, वहां पर स्पेशल सेल की टीम ने निरीक्षण कर पाच से छह बदमाशों को गिरफ्तार भी कर चुकी है। यह सभी बदमाश राजस्थान के ही रहने वाले हैं।
पाकिस्तान से आए थे हथियार
स्पेशल सेल के सूत्रों का कहना है कि मूसेवाला की हत्या में इस्तेमाल हथियार पाकिस्तान से आए थे। इन हथियारों को पंजाब से राजस्थान लाया गया। प्रशिक्षण के बाद इन हथियारों को राजस्थान से हरियाणा फिर पंजाब भेजा गया। इस मामले में स्पेशल सेल कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है जिसमें उक्त तथ्यों को मजबूती से शामिल किया गया है।
UP सरकार की छवि खराब करने की कोशिश
सूत्रों का कहना है कि हाल ही में मूसेवाला हत्याकांड में शामिल लारेंस बिश्नोई के शूटरों की कुछ तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई है। उसे मूसेवाला हत्याकांड से पहले का बताया जा रहा है। उक्त तस्वीरें लखनऊ और अयोध्या की हैं। स्पेशल सेल के सूत्रों ने बताया कि शूटरों की कुछ तस्वीरें लखनऊ और अयोध्या क्षेत्र की हो सकती हैं, लेकिन काफी समय पहले की हैं, जब मूसेवाला हत्याकांड की साजिश नहीं रची गई थी।यह भी दावा किया जा रहा है कि अयोध्या के माफिया विकास सिंह के फार्महाउस में शूटरों को प्रशिक्षण दिया गया। यह पूरी तरह से तथ्यहीन बात है। विकास सिंह पर पूर्व में मुकदमें दर्ज हैं, यह भी हो सकता है कि लारेंस गिरोह से उसका संपर्क हो। स्पेशल सेल की जांच में अभी तक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड सिलसिले में शूटरों का यूपी के अयोध्या से कोई कनेक्शन और विकास सिंह की कोई भूमिका सामने नहीं आई है।
सूत्रों का कहना है कि राजस्थान के कुछ गैंगस्टर विकास सिंह के जरिये यूपी सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में अपुष्ट और आधारहीन तथ्यों को प्रसारित किया जा रहा है। 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की पंजाब के मनसा जिले में सरेआम हत्या कर दी गई थी। लारेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े शूटरों ने उनकी थार गाड़ी को घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस मामले में दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस 30 से अधिक आरोपितों को अभी तक गिरफ्तार कर चुकी है।
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