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अंकित हत्याकांड: पुलिस की भूमिका पर भी उठे सवाल, जानें- क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग

ख्याला इलाके में पुलिस की कार्य प्रणाली की शिकायत क्षेत्र के लोगों द्वारा कई बार की जा चुकी है। लोगों का कहना है कि इस हत्या को टाला जा सकता था।

By Amit MishraEdited By: Updated: Tue, 06 Feb 2018 10:58 AM (IST)
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अंकित हत्याकांड: पुलिस की भूमिका पर भी उठे सवाल, जानें- क्या कहते हैं क्षेत्र के लोग

नई दिल्ली [जेएनएन]। बृहस्पतिवार देर शाम ख्याला इलाके में जिस प्रकार अंकित सक्सेना की सरेआम गला काटकर हत्या कर दी गई, वह क्षेत्र में कानून व्यवस्था की बिगड़ी हालात को दर्शाता है। यह वारदात इस बात को भी दर्शा रही है कि क्षेत्र में पुलिस का भय लोगों के मन में नहीं है। यहां से नजदीकी पुलिस पोस्ट की दूरी महज 300 मीटर है। इतनी कम दूरी पर पुलिस की तैनाती के बावजूद सरेआम हुई इस हत्या की जानकारी पुलिस को अस्पताल से तब मिली जब अंकित के परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंच चुके थे।

आम हैं झपटमारी, चोरी जैसी घटनाएं  

ख्याला इलाके में पुलिस की कार्य प्रणाली की शिकायत क्षेत्र के लोगों द्वारा कई बार की जा चुकी है। स्थानीय आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधियों का कहना है कि क्षेत्र में झपटमारी, चोरी, खुले में शराब का सेवन जैसी घटनाएं आम हैं। ऐसे लोगों को जब टोका जाता है तो वो उल्टा पुलिस की ही धमकी देते हैं।

पुलिस से कई बार की गई शिकायत 

पुलिस से इनकी सांठगाठ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों के मुताबिक लोग दिल्ली पुलिस की लोगो लगी फाइल को कार के डैशबोर्ड पर रखकर यह जताने की कोशिश करते हैं कि वे पुलिस वाले हैं। आरडब्ल्यूए की ओर से इस बात की शिकायत पुलिस से भी जा चुकी है।

पुलिस पोस्ट का कोई फायदा नहीं 

स्थानीय लोगों का कहना है कि एक पार्क के भीतर दिल्ली जल बोर्ड के एक पंप हाउस में पुलिस पोस्ट बनी है। लेकिन, इसके होने या न होने का कोई फायदा नहीं है। बेहतर होता कि इसे मुख्य सड़क पर बनाया जाता। इस संबंध में आरडब्ल्यूए की ओर से मांग भी की जा चुकी है। लोगों का कहना है कि यदि उनकी इस मांग को मान लिया जाता तो शायद बीच सड़क पर हुई इस हत्या को टाला जा सकता था।

सवालों के घेरे में पुलिस 

इस पूरे प्रकरण में पुलिस भले ही बाद में सक्रिय हुई हो लेकिन सूत्रों की मानें तो युवती के परिवार वालों का अंकित से पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका है। एक बार तो पुलिस पोस्ट के पास ही अंकित का रास्ता युवती के परिवार वालो ने रोका था।

..तो अंकित आज जिंदा होता

इस पूरे प्रकरण में पुलिस भले ही बाद में सक्रिय हुई हो, लेकिन सूत्रों की मानें तो युवती के परिवार वालों का अंकित से पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका है। जिस दिन अंकित की हत्या हुई, उस दिन भी काफी समय तक अंकित से उनका झगड़ा होता रहा। यदि पुलिस पिछली घटनाओं को देखते हुए इस मामले को सुलझाने में जुट जाती तो अंकित आज जिंदा होता। सरेआम अंकित की हत्या हो गई और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। अब पुलिस इस मामले की लीपापोती में लगी है। 

लोग पुलिस को पिला रहे चाय

रघुबीर नगर इलाके के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है। क्षेत्र में दिल्ली पुलिस के अलावा अ‌र्द्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात हैं। ये दूर दराज के इलाकों से यहां आए हैं। दिल्ली पुलिस ने रिजर्व बटालियन से यहां जवानों की ड्यूटी लगाई है। यहां आसपास रहने वाले लोग इनसे काफी अच्छे से पेश आ रहे हैं। यहां तक कि लोग इन्हें बैठने के लिए कुर्सियां दे रहे हैं। लोग आपसी सहयोग से इन्हें चाय, बिस्किट, कॉफी, चिप्स भी बड़े आग्रह से दे रहे है। ऐसे इलाके में इस तरह की घटना से ये पुलिसकर्मी भी हतप्रभ हैं। 

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