Madurai Train Fire: ट्रेन में आग की भयावह घटना के बाद जागे रेलवे के अधिकारी, अब बारीकी से होगी कोच की जांच
Madurai Train Fire शनिवार को मदुरै रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के एक कोच में आग लगने से नौ लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। प्राथमिक जांच के अनुसार निजी टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसी द्वारा आरक्षित कराए गए कोच में अवैध रूप से रखे गए रसोई गैस सिलेंडर के कारण आग लगी थी। इससे रेलवे अधिकारियों की नींद टूटी है।
नई दिल्ली, संतोष कुमार सिंह। Madurai Train Fire: तमिलनाडु के मदुरै में ट्रेन के एक कोच में आग लगने की घटना से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रश्न खड़े होने लगे हैं। इससे रेलवे अधिकारियों की नींद टूटी है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलवे को एक पखवाड़े का विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
इसमें कहीं लापरवाही न हो इसके लिए अभियान की रिपोर्ट भी भेजने को कहा गया है। रिपोर्ट में ट्रेनों में मिली कमी और उसे ठीक किए जाने का पूरा विवरण देना होगा।
इस कारण लगी थी आग
शनिवार को मदुरै रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के एक कोच में आग लगने से नौ लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। प्राथमिक जांच के अनुसार निजी टूर एवं ट्रेवल्स एजेंसी द्वारा आरक्षित कराए गए कोच में अवैध रूप से रखे गए रसोई गैस सिलेंडर के कारण आग लगी थी। इससे पता चलता है कि कोच की सही तरह से जांच नहीं हुई थी। अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।
ट्रेन में क्या-क्या लेजाना है प्रतिबंधित?
गैस सिलेंडर, पटाखे व अन्य प्रतिबंधित ज्वलनशील पदार्थ को ट्रेन में ले जाने पर प्रतिबंध है। एक पखवाड़े तक चलने वाले अभियान में ज्वलनशील पदार्थ ले जाने पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए अधिकारियों को राजकीय रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल के साथ मिलकर औचक निरीक्षण करने को कहा गया है। यात्रियों के सामान की भी जांच होगी।
ट्रेन में तैनात किए जाने वाले रेलवे कर्मियों के साथ ही पेंट्री कार व ठेकेदार के कर्मचारियों की जांच होगी, जिससे कि पता चल सके कि उन्हें आग लगने की घटनाओं के रोकथाम व बचाव को लेकर प्रशिक्षित किया गया है या नहीं?
कोच और पेंटरी कार की भी होगी जांच
सभी कोच, पेंटरी कार व इंजन में वायरिंग व बिजली से जुड़े उपकरणों की जांच की जाएगी, क्योंकि इनमें खराबी से भी आग लगने की घटनाएं होती हैं। शौचालय व अन्य स्थानों पर बीड़ी सिगरेट के जलते हुए टुकड़े फेंकने से भी आग लगने का डर रहता है। इसे रोकने और इस संबंध में यात्रियों को जागरूक करने के लिए भी कदम उठाने को कहा गया है।
इंजन, पेंट्री कार व कोच में धुआं व आग को लेकर सतर्क करने वाले उपकरण लगे होते हैं, लेकिन नियमित जांच नहीं होने के कारण उनमें होने वाली खराबी ठीक नहीं हो पाती है। इस तरह की शिकायत भी दूर की जाएगी।
रिपोर्ट इनपुट- संतोष कुमार सिंह