रेलवे ने यात्रियों को दिया तोहफा, दीवाली-छठ पर दौड़ेंगी 3000 हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें; नोट करें रूट
Festival Special Trains रेलवे प्रशासन के सामने नवरात्र और दशहरा के बाद अब दीपावली और छठ पूजा की भीड़ संभालने की चुनौती है। इसे ध्यान में रखकर स्पेशल ट्रेनें चलाने के साथ ही अन्य व्यवस्था की जा रही है। त्योहार के मौसम में उत्तर रेलवे द्वारा एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक 3050 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई है। साथ ही भीड़ बढ़ेगी तो स्पेशल ट्रेन चलेगी।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Festival Special Trains : दीपावली और छठ पूजा में घर जाने वालों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने के साथ ही नियमित ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं। उत्तर रेलवे ने अब तक 3050 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। ट्रेनों में 59 अतिरिक्त कोच लगाकर 2.25 लाख से अधिक सीट की व्यवस्था की गई है।
अधिकारियों ने बताया, उत्तर रेलवे अन्य क्षेत्रीय रेलवे के सहयोग से एक अक्टूबर से 30 नवंबर तक तक 3,050 ट्रेनें चलाई जा रही है। इनमें से लगभग 83 प्रतिशत स्पेशल ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, बंगाल, असम के लिए हैं। भीड़ अधिक बढ़ने पर अल्प सूचना के आधार पर अनारक्षित स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया गया है।
अलग से बनाए जाएंगे टिकट काउंटर
प्रत्येक स्टेशन पर स्पेशल ट्रेनों की जानकारी के लिए घोषणाएं की जा रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी इसकी जानकारी दी जाएगी। यात्रियों को टिकट खरीदने में परेशानी न हो इसके लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर विभिन्न शहरों के लिए अलग से टिकट काउंटर बनाए जाएंगे।साथ ही आरक्षित व अनारक्षित टिकट काउंटरों एटीवीएम (आटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन) की संख्या बढ़ाई जा रही है। रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने व अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती का निर्देश दिया गया है। प्लेटफार्म पर भीड़ अधिक न बढ़े इसके लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और आनंद विहार टर्मिनल पर अस्थायी प्रतीक्षालय बनाए जा रहे हैं।
ट्रेनों में सीट को लेकर मारामारी, टोकन सिस्टम शुरू
दीवाली और छठ पूजा को लेकर लोगों का आवागमन बढ़ गया है। बसों के साथ ट्रेनों में आरक्षण को लेकर मारामारी हो रही है। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन स्थित आरक्षण केंद्र पर तत्काल आरक्षण के लिए लगने वाली कतार को कम करने के लिए टोकन सिस्टम लागू कर दिया गया है। पर्वों पर घर जाने वाले लोगों को ट्रेन में सीट नहीं मिल रही हैं।रूटीन ट्रेनों में सीट पहले ही फुल हो चुकी है। रेलवे की ओर से शुरू की गई स्पेशल ट्रेनों में भी सीट नहीं बची है। ऐसे में केवल तत्काल सीट का ही सहारा है। गाजियाबाद स्टेशन से 100 से ज्यादा मेल, एक्सप्रेस और शताब्दी ट्रेन ठहरकर चलती है। इनमें एक लाख से ज्यादा यात्री रोजाना यात्रा करते हैं। त्योहारों पर यह संख्या बढ जाती है। अधिकांश ट्रेनों में 200 से ज्यादा वेटिंग चल रही है।
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