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दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर के दोनों ओर बनेगी 8 फीट ऊंची दीवार, जानिये- रेलवे कैसे करेगा कमाई

रेल मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सात-आठ फीट ऊंची दीवार बननी है।

By JP YadavEdited By: Updated: Tue, 08 May 2018 09:30 AM (IST)
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दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर के दोनों ओर बनेगी 8 फीट ऊंची दीवार, जानिये- रेलवे कैसे करेगा कमाई

नई दिल्ली (प्रेट्र)। भारतीय रेलवे ने दिल्ली-मुंबई हाईस्पीड कॉरिडोर के दोनों ओर साउंड प्रूफ दीवार बनाने पर विचार कर रही है। सुरक्षा के लिहाज से इस दीवार का बनना जरूरी है, लेकिन रेलवे इस अतिरिक्त खर्च की लागत निकालने के लिए इन दीवारों के दोनों ओर विज्ञापन लगाने का प्रस्ताव रखा है।

आधिकारिक सूत्रों में से एक के अनुसार रेलवे बनी-बनाई दीवारें न्यूनतम कीमत पर हासिल करने के लिए ठेकेदारों से बातचीत कर रहा है। करीब 1384 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई हाईस्पीड कॉरिडोर की योजना पर जोरशोर से काम चल रहा है। 11 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में दीवार बनाने में ही करीब 2,200 करोड़ रुपये का खर्च आ सकता है।

इस परियोजना को हाईस्पीड जोन में बदलने के लिए पहला कदम दोनों ओर ऊंची दीवारें बनाना ही होगा। इसके पायलट प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन दीवारों के निर्माण की शुरुआत घने बसे शहरी इलाकों से ही की जानी है। दीवार बनाने का मकसद रेलवे ट्रैकों की सुरक्षा, मवेशियों और लोगों की आवाजाही से व्यवधान और जमीन पर कब्जे को रोकना है।

रेल मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक सात-आठ फीट ऊंची दीवार बननी है। विभिन्न विकल्पों में इन दीवारों को साउंड प्रूफ यानी शोर से मुक्त बनाना भी है, ताकि रेलवे ट्रैक के क्षेत्रों में ध्वनि प्रदूषण नहीं हो। इसके लिए एक पायलट प्रोजेक्ट दक्षिण दिल्ली के एक व्यस्त रेलवे ट्रैक पर किया गया। इससे साफ हो गया कि साउंड प्रूफ दीवारों से ट्रेन के चलने से होने वाला शोरगुल करीब 20 डेसीबेल कम हो जाता है।

सूत्रों का कहना है कि इन लंबी दीवारों की श्रृंखला पर आने वाले खर्च को कम करने के लिए रेलवे किराए के अलावा भी आय के साधन तलाश रहा है। रेलवे ट्रैक के दोनों ओर दीवार बनाने की लागत निकालने के लिए दीवार के दोनों ओर विज्ञापन लगाने पर भी विचार कर रहा है। इससे मिलने वाला राजस्व वह दीवार बनाने वाले ठेकेदारों से साझा करेगा। इससे दीवार बनाने की लागत काफी कम हो जाएगी।

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