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Delhi Rain: यमुनापार में आफत बनीं बारिश, घंटों जाम में थमे रहे वाहनों के पहिए

Delhi Rains Updates राजधानी दिल्ली में बुधवार शाम को मूसलाधार बारिश हुई। जिस कारण से दफ्तर से घर जाने वाले लोगों को घंटों ट्रैफिक में फंसे रहना पड़ा। यमुनापार में तो वर्षा आफत बनकर आई। मयूर विहार इलाके में सर्वाधिक (119 मिमी) बारिश दर्ज हुई। शास्त्री पार्क के पास डिवाइडर का जाल गिरने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

By Nikhil Pathak Edited By: Monu Kumar Jha Updated: Thu, 01 Aug 2024 08:37 AM (IST)
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शास्त्री पार्क में इसी डिवाइडर का जाल गिरने से दो लोग घायल हो गए थे। सौजन्य-सुधी पाठक

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। (Delhi Heavy Rain) बुधवार को दिनभर उमस और गर्मी के बाद देर शाम शुरू हुई वर्षा अपने साथ आफत भी लाई। शाम को साढ़े छह बजे के बाद शुरू वर्षा देर रात तक चलती रही। प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार यमुनापार स्थित मयूर विहार इलाके में सर्वाधिक (119 मिमी) वर्षा दर्ज की गई।

वर्षा की वजह से यमुनापार को जोड़ने वाले सभी प्रमुख मार्गों पर वाहनों के पहिए थम गए। लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी का सामना करना पड़ा। मंडोली, सबोली, मंडावली, मुस्तफाबाद, चांद बाग, भजनपुरा, लक्ष्मी नगर, सादतपुर, सभापुर, शास्त्री पार्क, वेस्ट विनोद नगर व अन्य इलाकों के घरों अथवा दुकान में भी पानी भर गया। सड़कों पर जलभराव होने से लोग अपने दो पहिया वाहनों को खींचकर ले जाते दिखे।

छज्जूपुर निवासी धीरज यादव ने बताया कि वर्षा के कारण जर्जर सड़क से गुजरना अपनी जान हथेली पर रखकर चलने के समान था। मंडावली निवासी परविंदर ने बताया कि सिविक एजेंसियां अपने काम को एक-दूसरे पर टालती रहती हैं। सभी को राजधानी को प्राथमिकता पर रखते हुए यहां की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना चाहिए।

डिवाइडर का हिस्सा गिरने से दो घायल

शास्त्री पार्क स्थित मुर्गा मंडी के पास दिल्ली-सहारनपुर हाईवे के नीचे बने डिवाइडर का जाल गिरने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। खबर लिखे जाने तक दोनों घायलों की पहचान नहीं हो सकी थी। चश्मदीदों के मुताबिक दोनों घायलों के पैर की हड्डियां टूट चुकी हैं। उनके ऊपर से जाल हटाने के लिए बुलडोजर मंगाया गया था। फिलहाल दोनों का इलाज जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में चल रहा है।

घुटनों तक भरा पानी

लक्ष्मी नगर इलाके में पटपड़गंज रोड पर कहीं घुटनों तो कहीं कमर भर तक पानी भर गया। वाहनों के गुजरने पर पानी दुकानों में भी घुसने लगा था। यह रोड पीडब्ल्यूडी के अधीन है। हालांकि थोड़ी वर्षा में यहां पहले जलभराव नहीं होता था। लेकिन बुधवार को मूसलाधार वर्षा से सड़क पूरी जलमग्न हो गई।

लोग अपने दो पहिया वाहनों को खींचते नजर आए। बैटरी रिक्शे बंद होने पर लोग पैदल ही जाते दिखे। पांडव नगर अंडरपास, झिलमिल अंडरपास में भी जलभराव के कारण लोगों का निकलना दूभर हो गया था। सबोली विस्तार व मंडावली इलाके में लोगों के घरों में भी पानी घुस गया।

प्रमुख मार्गों पर वाहनों के थमे पहिए

तेज वर्षा की वजह से एनएच-नौ, वजीराबाद रोड, शाहदरा जीटी रोड, स्वामी दयानंद मार्ग, रोड नंबर-56 जैसे प्रमुख मार्गों पर हुए जलभराव ने वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लगा दी। दिलशाद गार्डन निवासी डा. सुशील विमल ने बताया कि उन्हें अपने कार्यालय से घर पहुंचने में तीन घंटों से अधिक का समय लगा।

यदि समय से नालों की सफाई हो जाए और जल निकासी की व्यवस्था उचित हो तो, लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़ा। एनएच-नौ के पास स्थित नालों की सफाई की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है। लोगों का आरोप है कि एंबुलेंस में फंसे मरीज, आपातकालीन स्थिति में जाने वाले लोग निगम, पीडब्ल्यूडी व संबंधित विभागों की लापरवाही का शिकार हो जाते हैं।

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