आईआईटी से IAS तक: कौन हैं नए चीफ सेक्रेट्री IAS राजीव वर्मा? 1 अक्टूबर से संभालेंगे दिल्ली प्रशासन की कमान
दिल्ली को आखिरकार नए मुख्य सचिव मिल गए हैं। 1992 बैच के आईएएस राजीव वर्मा को इस पद के लिए चुना गया है। इससे पहले वे चंडीगढ़ में सलाहकार थे। अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में वर्मा दिल्ली में परिवहन आयुक्त और मंडल आयुक्त जैसे पदों पर रहे हैं। वे अक्टूबर में अपना पदभार संभालेंगे। वर्तमान मुख्य सचिव धर्मेंद्र जल्द ही सेवानिवृत्त होंगे।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अंतत: दिल्ली को नये मुख्य सचिव मिल गए हैं। कई नामों पर मंथन-चिंतन के बाद 1992 बैच के आईएएस राजीव वर्मा के नाम पर मुहर लगी है। इससे पहले वे केंद्र सरकार की ओर से चंडीगढ़ में सलाहकार नियुक्त किए गए थे।
केजरीवाल के समय संभाल चुके हैं कई विभाग
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में राजीव वर्मा दिल्ली में परिवहन आयुक्त और मंडल आयुक्त जैसे पदों पर रह चुके हैं। वह एक अक्टूबर को अपना यह नया पदभार ग्रहण करेंगे। मुख्य सचिव धर्मेंद्र 30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली के नए मुख्य सचिव बने राजीव वर्मा एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के 1992 बैच के आईएएस हैं। पिछले साल जनवरी माह में उन्हें चंडीगढ़ प्रशासन में सलाहकार के पद पर नियुक्त किया गया था। उसके बाद इस साल जनवरी में केंद्र सरकार ने उन्हें चंडीगढ़ का पहला मुख्यसचिव बनाया था। अगले साल इन्होंने सेवानिवृत्त होना है।
चंडीगढ़ आने से पहले वर्मा पुडुचेरी में मुख्य सचिव के पद पर तैनात थे और मूलत: उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। इन्होंने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से वास्तुकला में डिग्री हासिल की है और दिल्ली स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर से शहरी डिजाइन में स्नातकोत्तर की डिग्री ली है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आईएएस अधिकारी राजीव वर्मा आईआईटी से एमटेक डिग्री होल्डर हैं। वर्मा अब दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ काम करेंगे।
इससे पहले भी चंडीगढ़ में सलाहकार रहे विजय देव को दिल्ली सरकार में मुख्य सचिव बनने का मौका मिल चुका है। पांच साल पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वर्मा को उस समय की अतिरिक्त मुख्य सचिव (परिवहन) रेणु शर्मा के साथ निलंबित कर दिया था। वर्मा उस समय दिल्ली सरकार में प्रधान सचिव (वित्त) के पद पर कार्यरत थे।
इन अधिकारियों पर 2020 में कोरोना महामारी के समय अपने घर जाना चाह रहे लोगों को आनंद विहार बस अड्डे तक बस सुविधा उपलब्ध करा देने का आरोप लगा था। दरअसल बसों में ऐसे लोगों के एक साथ पहुंचने पर आनंद विहार बस अड्डे पर एकाएक भीड़ बहुत बढ़ गई थी। हालांकि बहुत से लोगों ने इन अधिकारियों के इस कदम की सराहना की थी। कार्रवाई के कुछ माह बाद केंद्र सरकार ने इन अधिकारियों को बहाल कर दिया था।
एक नजर शिक्षा पर
बता दें कि दिल्ली के नए मुख्य सचिव बने राजीव वर्मा 1992 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्हें जनवरी 2024 में चंडीगढ़ के प्रशासक का सलाहकार नियुक्त किया गया था। वे पुडुचेरी के मुख्य सचिव के पद पर भी रह चुके हैं।
चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार के रूप में कार्यभार संभालने से पहले वह पुडुचेरी के मुख्य सचिव थे। उन्होंने मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से वास्तुकला में डिग्री हासिल की है और दिल्ली स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर से शहरी डिजाइन में स्नातकोत्तर की डिग्री ली है।
अब तक इन विभागों का उठा चुके हैं बीड़ा
- प्रशासक के सलाहकार - केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ (2024 - वर्तमान)
- प्रशासक के सलाहकार – केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ (2022 – 2024)
- प्रमुख सचिव एवं आयुक्त – वित्त/राजस्व, नई दिल्ली (2018 – 2022)
- प्रधान आयुक्त – आवास और शहरी मामले, दिल्ली विकास प्राधिकरण (2017 – 2018)
- संयुक्त सचिव – रक्षा (2013 – 2017)
- अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक – दिल्ली परिवहन निगम (2012 – 2013)
- सचिव - दिल्ली और गोवा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में विभिन्न भूमिकाएँ (2000 - 2011)
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