बर्गर किंग में गोलियां बरसाने वाले अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर, इंस्टाग्राम पर किया पोस्ट भी डिलीट
बीते दिन पश्चिमी दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग (Burger King Case) में अमन नामक एक व्यक्ति की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इस केस के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस न तो गोलियां बरसाने वाले बदमाश और न ही अमन के साथ आई महिला तक पहुंच सकी है। हत्या के दावे को लेकर इंस्टाग्राम पर किया गया पोस्ट गायब हो गया।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। (Burger King Murder Case Update) राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग में अमन जून नामक युवक की हुई हत्या मामले में पुलिस को अभी तक आरोपितों तक पहुंचने में कामयाबी नहीं मिली है। हत्या से जुड़े दो प्रत्यक्ष आरोपित तथा संदेह के दायरे में आई महिला तीनों अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
पुलिस (Delhi Police) का दावा है कि पश्चिमी जिला के अलावा क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल सहित तमाम यूनिट आरोपितों को दबोचने में जुटे हैं, लेकिन कोशिश कब कामयाब होगी, यह फिलहाल कहने की स्थिति में कोई नहीं है। उधर डीडीयू अस्पताल में अमन के शव का पोस्टमार्टम कर स्वजन को सौंप दिया गया। स्वजन शव सीधे झज्जर स्थित छोछी गांव लेकर गए।
इंस्टाग्राम से गायब हुआ दावा
हत्या के बाद इंस्टाग्राम पर एक अकाउंट से हिमांशु भाऊ के नाम से पोस्ट कर दावा किया गया था कि राजौरी गार्डन (Rajouri Murder Case Update) में जो हत्या हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं और मेरा भाई नवीन बाली लेते हैं। हमारे भाई शक्ति दादा के मर्डर में इसका हाथ था, उसी का बदला आज हुआ है। जो भी बाकी है सभी का नंबर आने वाला है। पोस्ट में नीरज बवाना, काला खरमपुर व नीरज फरीदपुर गैंग का भी जिक्र था।
इंस्टाग्राम का यह पोस्ट कितना विश्वसनीय है, पुलिस इसका पता लगा रही थी, कि अचानक यह अकाउंट बंद पाया गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि तकनीकी छानबीन में पता चला कि यह अकाउंट विदेश से संचालित किया जा रहा था।
फर्जी कागजात देकर किराए पर रह रही थी अनु
पुलिस सूत्रों की मानें तो बर्गर किंग में जिन्होंने गोलियां अमन पर बरसाई उनमें एक हिसार निवासी आशीष व दूसरा रोहतक निवासी विक्की नामक युवक है। वहीं जिस महिला के साथ अमन बर्गर किंग आया था, उसका नाम अनु बताया जा रहा है। अनु को भी रोहतक का ही बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि अनु मुखर्जी नगर में रहती थी। लेकिन पुलिस को जो पता मिला, वहां जब छापेमारी की गई तो वहां वह नहीं मिली। पता चला कि यहां कमरा किराए पर लेने के लिए उसने जो कागजात दिए थे, वह फर्जी पाए गए। यहां उसने खुद के बारे में कहा था कि वह मनोविज्ञान में स्नातक है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है।
इस दौरान वह रोहतक में रहने वाले अपने परिवार के भी संपर्क में नहीं थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस पूरे हत्याकांड की सबसे अहम कड़ी अनु ही है। उसने ही अमन को बर्गर किंग बुलाया। अमन से उसकी जान पहचान इंटरनेट मीडिया पर हुई। इसके लिए उसने जो अकाउंट बनाया, वह भी फर्जी ही था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार अमन जब बर्गर किंग पहुंचा तो उसने अपने मोबाइल से वीडियो काल कर किसी को अनु के बारे में बताया था। इसके बाद ही उसपर गोलियां बरसाई गई। वह युवक कौन था और उसे अनु के बारे में क्यों बताया गया, यह पुलिस की जांच में काफी अहम जानकारी साबित होगी। पुलिस के अनुसार अनु और अमन दोनों का मोबाइल फिलहाल स्विच आफ है। ऐसे में अनु की लोकेशन के बारे में केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है।