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किसान नेता राकेश टिकैत बोले अब रोटी को कारपोरेट घरानों की तिजोरी में कैद नहीं होने देंगे, पढ़िए और क्या कहा

राकेश टिकैत ने एक बार फिर कारपोरेट घरानों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि वो रोटी को कारपोरेट घरानों की तिजोरी में कैद नहीं होने देंगे। किसान रोटी पैदा करता है मगर उसको उसका मूल्य नहीं मिल पाता है उसके साथ न्याय नहीं हो रहा है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Thu, 12 Aug 2021 11:55 AM (IST)
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राकेश टिकैत ने एक बार फिर कारपोरेट घरानों को आड़े हाथों लिया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर देश के कारपोरेट घरानों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि वो रोटी को कारपोरेट घरानों की तिजोरी में कैद नहीं होने देंगे। कारपोरेट घराने इस तरह की व्यवस्था कर रहे हैं कि किसान अनाज पैदा करने के बाद भी उनके ऊपर पूरी तरह से निर्भर हो जाए। खेती करने वाला किसान रोटी पैदा करता है मगर उसको उसका मूल्य नहीं मिल पाता है, उसके साथ न्याय नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि किसान गांव की मिट्टी से हमेशा ही जुड़ा रहता है मगर युवाओं और नारी शक्ति को इससे कम ही नाता रहता है मगर अब एक अभियान चलाकर देशभर में किसानों, युवाओं और नारी शक्ति को गांव की मिट्टी से जोड़ने का काम किया जाएगा। अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर पर उन्होंने ये बातें लिखी।

इसी के साथ उन्होंने हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में लैंडस्लाइड होने के कारण घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रति शोक भी व्यक्त किया। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि अनेकों लोगों की मृत्यु हो जाने की दुःखद समाचार प्राप्त हुए! ईश्वर मृतकों को अपने चरणों में स्थान प्रदान करें! मेरी व भाकियू परिवार की संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ है!

इससे पहले वो देहरादून में किसानों से मीटिंग करने के लिए पहुंचे थे। किसानों से मीटिंग करने के बाद उन्होंने कहा कि यहां पहाड़ के किसानों के अलग मुद्दे हैं। मैदानी भाग के अलग मुद्दे हैं। पहाड़ के किसानों के लिए सरकार को नीति बनानी चाहिए। सरकार यहां सड़कें बनाए और पर्यटन पर काम करे। सभी इस आंदोलन से जुड़े हैं। इसी के साथ उन्होंने ये भी दोहराया कि हम वापस नहीं जाएंगे जब तक हमारी मांगे नहीं मान ली जाती है।

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