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कोरोना वायरस पर राकेश टिकैत ने सरकार को फिर लिया आड़े हाथों, इंटरनेट मीडिया पर कही ये बात

देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरा हाल है। सरकार ने तमाम कोशिशें कर रखी हैं जिससे इन पर रोक लग सके। इन दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों को तमाम तरह की दवाएं आक्सीजन सिलेंडर और अन्य चीजें नहीं मिल पा रही हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Wed, 12 May 2021 12:15 PM (IST)
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सरकार कालाबाजारी करने वालों पर किसी तरह से नियंत्रण नहीं लगा पा रही है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से बुरा हाल है। सरकार ने तमाम कोशिशें कर रखी हैं जिससे इन पर रोक लग सके। इन दिनों कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों को तमाम तरह की दवाएं, आक्सीजन सिलेंडर और अन्य चीजें नहीं मिल पा रही हैं। इसका फायदा कालाबाजारी करने वाले उठा रहे हैं। कुछ लोग जो इन दिनों कोरोना वायरस संक्रमण का शिकार हो चुके हैं उनकी मदद करने वालों को प्रताड़ित भी किया जा रहा है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कोरोना काल में मदद करने वालों को प्रताड़ित किए जाने के मामले पर सरकार का आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार कालाबाजारी करने वालों पर तो किसी तरह से नियंत्रण नहीं लगा पा रही है मगर जो लोग ऐसे जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं उनको प्रताड़ित जरूर किया जा रहा है। वो चाहे पप्पू यादव हो या गुरूद्वारा या स्वंयसेवी संस्थाएं। सरकार इनकी मदद से जरूरतमंद लोगों की जरूरतें नहीं पूरी कर पा रही है मगर इनको तमाम तरह के प्रताड़ित करने का काम जरूर किया जा रहा है।

मालूम हो कि दो दिन पहले बिहार में बाहुबली नेता पप्पू यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जन अधिकार पार्टी (जाप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव के खिलाफ मंगलवार को पीएमसीएच में इलाज में बाधा पहुंचाने और कोविड वार्ड में हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने कार्रवाई की फिर उन्हें जेल भेज दिया गया। पहले महामारी अधिनियम के उल्लंघन के मामले में उनके आवास से हिरासत में लेकर गांधी मैदान थाने में रखा गया।

देर शाम मधेपुरा के एक 32 वर्ष पुराने मामले में निकले वारंट के आधार पर मधेपुरा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अपने साथ ले गई। इसके पूर्व पटना में उनके खिलाफ और कुछ अज्ञात कार्यकर्ताओं पर महामारी अधिनियम के उल्लंघन की शिकायत पर पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पप्पू ने कहा कि मुझे भाजपा के इशारे पर गहरी साजिश के तहत जेल भेजा जा रहा है, जबकि मैंने पिछले डेढ़ महीने से लोगों को बचाकर नीतीश कुमार की ही मदद की।

उधर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि तीनों कृषि कानून वापस होने तक किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे। धरना स्थलों पर सरकारी गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। कोरोना के खिलाफ किसान सरकार के साथ हैं।मंगलवार को चौधरी राकेश टिकैत गांव डाल्लेवाला में भाकियू के जिला महासचिव चौधरी अशोक कुमार के पुत्र सेना के जवान आजाद ङ्क्षसह की शोक सभा में पहुंचे थे। तीन मई को हिमाचल में तैनात जवान आजाद ङ्क्षसह का बीमारी से निधन हो गया था। चौधरी राकेश टिकैत ने जवान को श्रद्धांजलि देते हुए स्वजन को सांत्वना दी।

पिछले साढ़े पांच महीने से भी अधिक समय से संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में पंजाब, हरियाणा और यूपी समेत कई राज्यों के किसानों का धरना जारी है। इसी माह 28 मई को किसान आंदोलन को 6 महीने पूरे हो जाएंगे। इस बीच यह कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा किसी नई रणनीति का एलान करेगा? राकेश टिकैत का कहना है कि लगता है केंद्र सरकार किसान संगठनों से बात नहीं करेगी।

ऐसे में आगामी 26 मई के बाद कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा। उन्होंने इससे पहले भी कहा था कि 26 मई को जब किसान आंदोलन के 6 महीने पूरे होंगे तब संयुक्त किसान मोर्चा एक बड़ा फैसला लेगा। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में किसानों से वो ये बात यही कह कर आए थे कि 6 महीने का राशन लेकर किसान दिल्ली की तरफ चले।

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