रामलीला में रामभक्त मनीष निभा रहे रावण और मैडोना कर रही कैकेयी का किरदार
मनीष ने अपने किरदार को न केवल सजीव किया है बल्कि रावण के चरित्र की गहराई को भी उजागर किया है। मनीष कहते हैं कि रावण एक महान पंडित और महाज्ञानी था परंतु उसके अहंकार और मोह ने उसकी बुद्धि को भ्रष्ट कर दिया जिसके चलते वह भगवान श्री राम को पहचान नहीं पाया। वह कहते हैं कि हर कोई रावण को हारता हुआ देखना चाहता है
इस समय रामलीलाओं का मंचन देश के हर हिस्से में आयोजित किया जा रहा है। वहीं देश की प्रसिद्ध अयोध्या की रामलीला की चर्चा भी कई जगहों पर है। एक तरफ इसमें जहां देश के जाने-माने बॉलीवुड कलाकार, सांसद और सेलिब्रिटी भाग ले रहे हैं तो कई ऐसे नवोदित कलाकार भी है जिन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया है। किसी भी रामलीला में यूं तो हर पात्र अपने आप में सबको प्रिय होता है लेकिन भगवान श्रीराम और रावण के किरदार की सबसे अधिक चर्चा रहती है और वह लोगों के केंद्र में भी रहता है।
अयोध्या की रामलीला में रावण का किरदार निभा रहे मनीष ने अपने अभिनय से सबका ध्यान खींचा है। बकौल मनीष उनका यह तीसरा वर्ष है, जब उन्होंने रामलीला में रावण का किरदार निभाया है। मनीष ने अपने किरदार को न केवल सजीव किया है, बल्कि रावण के चरित्र की गहराई को भी उजागर किया है। मनीष कहते हैं कि रावण एक महान पंडित और महाज्ञानी था, परंतु उसके अहंकार और मोह ने उसकी बुद्धि को भ्रष्ट कर दिया, जिसके चलते वह भगवान श्री राम को पहचान नहीं पाया। वह कहते हैं कि उनको बेहद ख़ुशी है कि प्रभु श्री राम की लीला में उनको रावण का किरदार निभाने का मौका मिलता है। आज भी महीनों की मेहनत के बाद रावण को अपने ज़ेहन में उतार पाते हैं। रावण एक अति विद्धान, महाबलशाली होने के साथ साथ भगवान शंकर के सबसे बड़ा भक्त भी था। वह कहते हैं कि हर कोई रावण को हारता हुआ देखना चाहता है फिर भी कलाकार राम भक्ति के लिए रावण का रोल करते हैं. अंततः, अपने आखिरी समय में उसने भगवान श्री राम की महानता को पहचाना, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मनीष का मानना है कि इस ब्रह्मांड के एकमात्र भगवान श्री राम ही हैं, और इस संदेश को वे अपने अभिनय के माध्यम से दर्शकों तक पहुँचाते हैं।
इस बार की रामलीला में एक और खास भूमिका जिसने सबका ध्यान खींचा है, वह है कैकयी का किरदार, जिसे मैडोना ने निभाया। मैडोना ने अपनी सजीव अदाकारी और भावनाओं से इस किरदार को इतने बेहतरीन ढंग से निभाया कि राम भक्तों के मन को छू लिया। कैकयी के किरदार में उनकी प्रस्तुति ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी है, और उन्होंने अपनी सशक्त अभिनय शैली से रामलीला को और भी जीवंत बना दिया है।
अयोध्या की रामलीला का मंचन हर वर्ष भव्य और मनोरंजक होता है, जिसमें न केवल स्थानीय कलाकार बल्कि बॉलीवुड के कलाकार भी हिस्सा लेते हैं। इस मंचन में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण, और रावण के बीच का संघर्ष जिस प्रकार प्रस्तुत किया जाता है, वह दर्शकों को आध्यात्मिक अनुभूति के साथ-साथ भारतीय संस्कृति और धर्म के गहरे संदेशों से जोड़ता है।