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दिल्ली में 40 हजार लोगों के राशन कार्ड रद्द, दिल्ली सरकार ने राजधानीवासियों से की खास अपील; जरूर पढ़ें

दिल्ली में फर्जी राशन कार्डों पर लगाम लगाई जा रही है। सत्यापन के दौरान पते पर संबंधित व्यक्तियों के न मिलने पर एक साल में 40 हजार से अधिक राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं। निरस्त किए गए राशन कार्ड की जगह नए आवेदकों के राशन कार्ड बनाए गए हैं। दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह समय-समय पर अपना राशन जरूर लें।

By V K Shukla Edited By: Sonu Suman Updated: Sat, 07 Sep 2024 07:56 PM (IST)
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राजधानी दिल्ली के राशनकार्ड धारकों के लिए सरकार ने जारी किए निर्देश।

वी के शुक्ला, नई दिल्ली। दिल्ली में फर्जी राशन कार्ड निरस्त किए जा रहे हैं।सत्यापन के दाैरान पते पर संबंधित व्यक्तियों के न मिलने पर एक साल में 40 हजार से अधिक राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। निरस्त किए गए राशन कार्ड की जगह नए आवेदकों के राशन कार्ड बनाए गए हैं। दिल्ली सरकार का खाद्य एवं आपूर्ति विभाग तीन माह से राशन नहीं लेने वाले राशन कार्ड धारकों की जांच कर रहा है। दिल्ली में अभी साढ़े 19 लाख राशन कार्ड हैं। जिन पर 71 लाख लाेगों के अनुसार राशन वितरित किया जाता है।

खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने कहा है कि जिन लोगों के राशन कार्ड बने हैं, वे अपना राशन जरूर लेते रहें, जिससे उन्हें असुविधा का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि दिल्ली में राशन कार्ड का कोटा पूरा हो चुका है, जबकि बहुत से लोग राशन कार्ड बनवाने वालों की लाइन में हैं। उन्होंने कहा कि वह एक बार फिर राशन कार्ड का कोटा बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे।

सत्यापन के बाद लोगों के नहीं मिले पते

दिल्ली में सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की पेंशन पाने वालों के प्रति वर्ष सत्यापन के साथ साथ राशन कार्ड के सत्यापन का भी काम चल रहा है। इसका मकसद यह है कि सही लोगों तक राशन पहुंच सके। इसके लिए किए जा रहे सत्यापन कार्य में कई लोग उन पतों पर नहीं मिले हैं जिन पतों पर राशन कार्ड बने थे। नए और जरूरतमंद लोगों के राशन कार्ड बन सकें, इसके लिए विभाग उन राशन कार्ड की जांच कर रहा है जिन पर राशन नहीं उठाया जा रहा है।

राशन की दुकानों पर ई-पास सिस्टम लगाया गया

ये मामले जुलाई 2021 से सामने आए हैं जब राशन की दुकानों पर ई-पास सिस्टम लगाया गया है। मगर विभाग इंतजार कर रहा था कि लोग राशन लेने आएंगे, जब ये लोग नहीं आए। इस पर विभाग ने इन मामलों का सत्यापन भी कराया है जिसमें उन पतों पर लोग रहते नहीं पाए गए। जिस पर पिछले एक साल में ऐसे 40 हजार से अधिक लोगों के राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं।

व्यक्ति की बायोमिट्रिक पहचान दर्ज की जाती है

सूत्रों का कहना है कि जब से दुकानों पर ई-पास सिस्टम लगा है उसमें आधार कार्ड जुड़ा है। राशन लेने वाले व्यक्ति की बायोमिट्रिक पहचान दर्ज की जाती है। उसके आधार पर ही राशन जारी होता है। इससे राशन की चोरी बंद हुई है। इसके बाद से ऐसे लोगों ने राशन लेना बंद कर दिया है जो या तो सरकारी नाैकरी में हैं या फिर राशन पाने वालों की इस श्रेणी में नहीं आते हैं। इसके अलावा 2020-21 में कोरोना महामारी के बाद भी कई लोग अपने गांव चले गए जो लौट कर नहीं आए हैं।

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